नवगछिया पुलिस जिला के परवत्ता थाना क्षेत्र के जगतपुर गांव में एक युवक की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है। पीड़ित युवक की पहचान खगड़िया जिला के बैलदौर थाना क्षेत्र के माली निवासी रामचंद्र यादव के पुत्र पिंटु यादव उर्फ नन्हकी के रूप में हुई है। पिंटु यादव एक गाड़ी मालिक है और उसके पास पांच पिकअप गाड़ियां हैं। इनमें से एक गाड़ी का ड्राइवर मनोज कुमार है, जो जगतपुर का निवासी है।
घटना की शुरुआत तब हुई जब इस्माइलपुर थाना पुलिस ने मनोज कुमार और उसके भाई दीपक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इस्माइलपुर थानाध्यक्ष के अनुसार, जाह्वी चौक के आसपास हाल ही में एक मोबाइल छिनतई की घटना हुई थी, जिसमें कुंदन, मनोज, और दीपक के नाम सामने आए थे। इसी के तहत पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया था।
मनोज के परिजनों ने इसकी सूचना पिंटु यादव को दी, जिसके बाद पिंटु इस्माइलपुर थाना पहुंचा और मनोज से बातचीत की। उसने मनोज और उसके भाई के लिए नाश्ता-पानी की व्यवस्था भी की और फिर वहां से घर लौटने लगा। इसी बीच, पुलिस ने पूछताछ के बाद मनोज को रिहा कर दिया।
जब मनोज के परिजनों ने देखा कि मनोज को पुलिस ने छोड़ दिया है, तो उन्होंने पिंटु यादव का पीछा करते हुए टेक्नोमिशन स्कूल के पास उसे रोक लिया। परिजनों ने पिंटु पर दबाव डालते हुए कहा कि अब आपको दीपक को भी छुड़वाना होगा। इस पर पिंटु ने जवाब दिया कि उसने पुलिस से इस संबंध में कोई बात नहीं की है और वह दीपक को छुड़वाने में असमर्थ है।
परिजनों ने पिंटु को झांसा देकर जगतपुर गांव ले गए, जहां पर उन्होंने पिंटु के हाथ-पैर बांधकर उसकी बेरहमी से पिटाई की। पिटाई के बाद पिंटु को पूरे गांव में घुमाया गया। इस घटना से आहत पिंटु यादव ने परवत्ता थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया।
परवत्ता थाना के थानाध्यक्ष शंभू कुमार पासवान ने बताया कि आवेदन प्राप्त हो गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस्माइलपुर थानाध्यक्ष ने भी पुष्टि की कि जाह्वी चौक के आसपास हुई मोबाइल छिनतई की घटना के सिलसिले में तीनों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। मनोज और दीपक को पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया, जबकि कुंदन की संलिप्तता पाए जाने पर उसे जेल भेज दिया गया।