बिहपुर – सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि रामचरित मानस की जो चौपाईयां वंचितों-स्त्रियों के लिए अपमानजनक है,उसपर सवाल खड़ा करना कहीं से भी गलत नहीं है.ऐसे चौपाईयों पर सवाल खड़ा करने से जिन लोगों की भावना आहत होती है,वे दरअसल संविधान विरोधी हैं,बराबरी का समाज बनाने के खिलाफ हैं.सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के रिंकु यादव ने कहा कि बिहार में जाति आधारित गणना शुरु होने से मनुवादियों में बेचैनी पैदा हो गयी है.दरअसल मनुवादी ताकतें सच्चाई पर परदा डाले रखना चाहता है ताकि उनके वर्चस्व के खिलाफ बहुजनों की लड़ाई तेज न हो जाए.
मनुवादी वर्चस्व को बनाये रखने के लिए ही नरेन्द्र मोदी सरकार जातिवार जनगणना से भाग रही है.अखिलेश रमण व नसीब रविदास ने कहा शहीद जगदेव प्रसाद और जननायक कर्पूरी ठाकुर ने जीवन पर्यंत बहुजन समाज के हक-अधिकार के लिए संघर्ष किया,बहुजन समाज को जगाने व जोड़ने का काम किया.ऋतुराज व दीपक पासवान ने कहा आज के दौर में बिहार की धरती पर शहीद जगदेव प्रसाद और जननायक कर्पूरी ठाकुर की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए ही सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) और.
अॉल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज ने बहुजन समाज को जगाने व जोड़ने की मुहिम चलाते हुए 12 मार्च को पटना के रविन्द्र भवन में सामाजिक न्याय के मुद्दों पर बड़ा जुटान करना तय किया है.इस मौके पर मौजूद लोगों ने बहुजन समाज को गोलबंद करते हुए 12 मार्च को पटना के रविन्द्र भवन में भारी तादाद में पहुंचने का संकल्प लिया.मौके पर रिंकु मंडल, लालमोहन मंडल, अमित गौतम,चतुरी शर्मा,रविन्द्र कुमार शर्मा,भोला अंबेडकर,राजेन्द्र यादव,इनोद पासवान,बुलो पासवान,अरूण अंजाना,दीपक पासवान,ऋतु राज,समरजीत पासवान,सुजीत, मो सोहराब आलम, अमन कुमार पटेल सहित कई एक थे.