विधायक ई.कुमार शैलेंद्र एवं पूर्व केंद्रिय मंत्री शहनवाज़ हुसैन ने किया उद्घाटन
नवगछिया अनुमंडल के बिहपुर प्रखंड के सोनवर्षा के दियारा क्षेत्र स्थित घटोरा घाट पुल का निर्माण कार्य उद्घाटन के बाद से हीं विवादों में घिर गया । घटोरा घाट पुल निर्माण की सूचना मात्र से आस पास के दस गाँव के किसानों में हर्ष वाप्त था । पर किसानों हर्ष पर उद्घाटन के बाद हीं पुल निर्माण पर ग्रहण लग गया । जमीन मालिक बेदानंद चौधरी के द्वारा निर्माण पर रोक लगाने की बात कही गई थी जिसे अन्देखा कर दिया गया गया था ।
ज़मीन मालिक का ने उद्घाटन के बाद हीं सक्षम पदाधिकारी से पुल निर्माण को रोकने की मांग करते हुए आवेदन दिया था जिसमें उन्होंने कहा था की विधायक के द्वारा खतियानी ज़मीन पर पुल निर्माण कराया जा रहा है जिससे जमीन का बहुत ज्यादा हिस्सा प्रभावित होगा । एवं खेती योग्य नही रह जाएगी । रुकावट आने के बाद बिहपुर विधायक के द्वार ग्रामीणों की एक बैठक की गई जिसमें गाँव के सभी लोगों को बुलाया गया ।
बैठक में कहा गया की पुल निर्माण में अब बाधा दूर हो गई है और पुल निर्माण का अब जरुर होगा । जबकी जमीन मालिक काम रोकने की बात पर आज तक अड़े हुए हैं की पुल निर्माण में जमीन नही देंगे । ज्ञात हो की पुल निर्माण से हज़ारों एकड़ में फैले दियरा के किसान को खेती एवं पशुपालन में बहुत अत्यधिक सहायक होगी । हर वर्ष किसान बांस के पुल बना कर आवागमण करते हैं । फसल बुआई के समय मैं किसान खगड़िया जिले के सलारपुर से होकर घूम जाते हैं जिससे खेती की लागत बढ जाती है ।
क्यों हुआ विवाद :-
जमीन मालिक के द्वारा पुलिया निर्माण के लिए सोनवर्षा मुखिया नीना रानी को पूर्व में जमीन दी गई थी जिसे बहुत हद तक पूरा कर भी कर लिया गया गया है । महज 100मीटर के दूरी पर उसी जमीन पर पुन: विधायक निधी के 60 के लागत से पुल निर्माण कराया जा रहा है । जिसे जमीन मालिक के द्वारा रोक दिया गया ।
क्या कहते हैं मुखिया प्रतिनिधि –
मुखिया प्रतिनिधि अजय उर्फ लाली कुंवर का कहना है की पूर्व निर्माणाधिन पुल का कार्य आधे से ज्यादा पूर्ण हो चुका एवं शेष कार्य जल्द पूरा किया जाएगा । जहाँ तक विधायक जी के पुल की बात है तो मैं हर संभव मदद कर सकता हूँ पर विवाद जमीन का है तो इसमें मैं क्या कर सकता हूँ । मैं जमीन मालिक से निवेदन हीं कर सकता हूँ जो साथ चलकर भी करने को तैयार हूँ ।
क्या कहते हैं जमीन मालिक – जमीन पर पूर्व से सोनवर्षा मुखिया पुल निर्माण के लिए जमीन ले चुके है । थोड़ी दूरी पर विधायक जी अपने मन से प्रारंभ कर दिए । कल को कोई और आ जाएगा । कितनों को पुल निर्माण के लिए जमीन दी जाए ? सारी जमीन पर पुुल पुलिया बना लेंगे तो खाएँगे क्या ?