भागलपुर ट्रिपल आईटी के द्वारा कोरोना संक्रमण की जांच करने के लिए तैयार किए गए सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल पर अबतक सहमति नहीं मिल पायी है। इसको लेकर ट्रिपल आईटी अपने इंजीनियर को पटना एम्स भेजी है ताकि एम्स के कोरोना संक्रमित मरीजों के डिजिटल एक्सरे प्लेट की जांच करके इसकी रिपोर्ट भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को भेजी जाए। मंगलवार को ट्रिपल आईटी में सॉफ्टवेयर बनाने वाले शिक्षक पटना के लिए रवाना हुए हैं। बुधवार को उन्होंने पटना एम्स के रेडियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष से मिलकर बातें की। एक से दो दिनों में एक्सरे प्लेट की जांच कर उसकी रिपोर्ट आईसीएमआर को भेजेंगे।
अगर जरूरत पड़ी तो आगे दिल्ली एम्स में भी जाकर वहां के कोरोना संक्रमित मरीजों की एक्सरे रिपोर्ट की जांच कर आईसीएमआर को उसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। सॉफ्टवेयर अपडेट, एम्स के डाटा पर होगी जांच निदेशक प्रो. अरविंद चौबे ने कहा कि सॉफ्टवेयर को अपडेट किया गया है। इसलिए एक बार फिर से पटना एम्स के कोरोना संक्रमित मरीजों के एक्सरे की रिपोर्ट की जांच की जाएगी। पटना और दिल्ली एम्स के संस्थानों से संक्रमित रिपोर्ट बनाकर आईसीएमआर को भेजा जाएगा। इससे सहमति मिलने की दिशा में रास्ता आसान होगा। जानकारी हो कि इस सॉफ्टवेयर के जरिए सेकेंड में यह पता चल जाएगा कि मरीज को कोरोना संक्रमण, निमोनिया या सामान्य फ्लू के लक्षण हैं या नहीं। पिछले दो माह से इस दिशा में सिर्फ प्रक्रिया ही हो रही है।