भागलपुर: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बैनर तले, उच्चतम न्यायालय द्वारा आरक्षण विरोधी निर्णय और एनडीए सरकार द्वारा संवैधानिक आरक्षण को समाप्त करने की साजिश के खिलाफ भागलपुर के स्टेशन चौक के पास एक दिवसीय धरना और प्रदर्शन किया गया। इस दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की। धरना का नेतृत्व राजद जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव और बिहार श्रम आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर चक्रपाणि हिमांशु ने किया।
राजद जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने अपने भाषण में उच्चतम न्यायालय के आरक्षण विरोधी निर्णय को वापस लेने की मांग की और कहा कि संवैधानिक आरक्षण को संविधान की नौवीं सूची में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि जाति आधारित जनगणना के आधार पर “जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी भागीदारी” का प्रावधान संविधान में है। बिहार सरकार के प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रताप यादव ने भी आबादी के अनुकूल 65 प्रतिशत आरक्षण की मांग की थी, लेकिन उच्चतम न्यायालय द्वारा इसे निरस्त कर दिया गया, जिसे यादव ने असंवैधानिक बताया।
इसके साथ ही, राजद कार्यकर्ताओं ने भारतीय महंगाई और जनहित से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार के समक्ष अपनी मांगें रखीं। धरना में भाग लेने वाले कार्यकर्ताओं ने जोर दिया कि इन मुद्दों पर जल्द से जल्द ध्यान दिया जाए, ताकि समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों को न्याय मिल सके।