बिहपुर :- मंगलवार की सुबह सोनवर्षा एगरबिग्घी टोला निवासी एयरफोर्स के जवान अम्बरीश कुमार मौत पर यह पूरेे प्रखंड में सनसनी फैली की जवान ने बाथरुम में तौलिया को हंगर में लपेट कर फांसी लगा ली । जब बिहपुर पीएचसी लाया गया तो डॉक्टर और प्रशासन दोनो संसय में आ गए क्योंकी फांसी का कोई लक्षण था हीं नही ।
लोग पोस्टमाटम रिपोर्ट के आने का इंतजार करने लगे । इसी बीच ससुराल पक्ष ने सोसल साईट के माध्यम से परिवार पर हीं हत्या का शक के आधार पर आरोप लगाते हुए मामले की जांच की मांग कर दी हलॉकी फिर वह पोस्ट डीलीट कर दी गई । इस बीच जवान की पत्नी के द्वारा बिहपुर थाने में यह आवेदन दिया गया की मुझे परिवार वालों से हीं बाथरुम में फांसी लगाने की सूचना मिली है ।
मामले की जांच हो । कहीं हत्या की चर्चा कहीं आत्महत्या की चर्चा से बुधवार तक प्रखंड में चर्चा बनी रही । कई नए प्रश्नचिन्ह सामने खड़े हुए जिनमें सबसे बड़ा सवाल था जब बाथरुम का दरवाजा तोड़ कर हीं बाहर निकाला गया है तो फाईवर के दरवाजे में खरोच तक नही क्यों ? दरवाजा सही सलामत कैसे ? और जब लाश देखा गया तो आस पास तक के लोगों को सूचना क्यों नही दी गई ?
जिस घर में सामने लाश लटक रही हो वो लाश के फंदे को काटने के बाद बाहर लाकर क्यों रोना प्रारंभ किया ? क्या परिवार वालों ने मनगढंत कहानी सुना कर लोगों दिगभ्रमित करने का प्रयाश किया ? हलांकी फंदे पर परिवार के बाद किसी ने लटका हुआ नही देखा । इन विवादों के बीच देर शाम लाश सोनवर्षा गांव पहूँचा जहाँ से गंगा तट पर ले जाया गया जहाँ पत्नी खुशबू देवी के द्वारा मुखाग्नि दी गई एवं नम आंखों से विदा हुए एयरफोर्स के जवान ।
एयरफोर्स के पदाधिकारी बुद्धवार को सोनवर्षा पहूँचे जहाँ जवान की पत्नी खुशबू के हाथ में राष्ट्रध्वज समर्पित कर जवान को श्रद्धाजली जी गई । खुशबू ने बयान में कहा की हत्या हुई या आत्महत्या है इसे उसने ने देखा है । प्रशासन जांच करे । वहीं खुशबू के चाचा महंत नवल किशोर दास ने कहा की मामले की निष्पक्ष जांच हो क्योंकी मामला पूर्ण रुप से संदेहास्पद है । किसी दोषी को बक्सा नही जाय और किसी निर्दोश पर कार्रवाई भी नही है प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच करे और प्रशासन अब केवल पोस्टमाटम रिपोर्ट का इंतजार रही है तभी कुछ खुलाशा हो सकता है ।