भागलपुर के पूर्व सांख्यिकी पदाधिकारी शंभु राय ने अपनी नवीन रचना में अपने गीतों के माध्यम से भागलपुर की विशेषताओं का किया बखान
भागलपुर/निभाष मोदी
भागलपुर।कुशीनगर गोरखपुर के रहने वाले भोजपुरी मंच के अध्यक्ष साथ ही भागलपुर के पूर्व सांख्यिकी अधिकारी शंभू राय की रचना ने पूरे भागलपुर का दर्शन कराया है, रचना के बोल हैं – जय बोलो जय बोलो भागलपुर की जय बोलो । शंभु राय ने अपनी इस रचना में भागलपुर की कई धरोहरों को संजोते हुए भागलपुर का दर्शन कराया है, चाहे वह बिहुला विषहरी हो, भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति हो, साहित्यकार हों, कवी हो ,यहां की लोक गाथा बिहुला विषहरी से संबंधित मंजूषा कला हो या फिर भागलपुर के कतरनी चूड़ा चावल और जर्दालू आम हो।
उन्होंने अपनी इस जय बोलो जय बोलो भागलपुर की जय बोलो रचना में भागलपुर के सभी क्षेत्रों का वर्णन उन्होंने बखूबी बहुत ही लच्छेदार तरीके से किया है, भागलपुर के पूर्व सांख्यिकी पदाधिकारी शंभू राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भागलपुर हमें बहुत पसंद हैं और भागलपुर मे ही रहकर मैंने अपनी रचना लिखना शुरू किया, मैंने कई विषयों पर अपनी रचना की प्रस्तुति दी है परंतु यह प्रस्तुति सबसे अलग है। इस रचना में पूरे भागलपुर का दर्शन कराया गया है ,और भागलपुर के अंग जनपद की जो भी विशेषताएं हैं उन्हें दर्शाया गया है ।जल्द आप सबों के बीच यह संगीतबद्ध होकर सोशल मीडिया पर भी देखने को मिलेगा। जायजा लिया हमारे संवाददाता निभाष मोदी ने।