भागलपुर/निभाष मोदी
सौंदर्यकृत सद्गुरू निवास का किया लोकार्पण
मोहन भागवत का बड़ा बयान- देश की एकता और अखंडता को बनाए रखें और करें भारत मां का सम्मान
भागलपुर के ऐतिहासिक कुप्पाघाट में आज 10 फरवरी को अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा महर्षि मेंही आश्रम कुप्पाघाट भागलपुर द्वारा भव्य लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस कार्यक्रम में सौंदरीयकृत सद्गुरू निवास का लोकार्पण किया गया,
संघ संचालक मोहन भागवत राजधानी एक्सप्रेस से नवगछिया स्टेशन पहुंचे, नवगछिया स्टेशन पहुंचते हैं लोगों ने उनका फूल माला व पुष्प गुच्छ देकर भव्य स्वागत किया उसके बाद वह नवगछिया से विक्रमशिला पुल होते हुए भागलपुर के कुप्पाघाट पहुंचे।
लोकार्पण कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता के रूप में आचार्य महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज , मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संचालक मोहन भागवत और विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री महावीर स्थान न्यास समिति पटना के आचार्य किशोर कुणाल ने संयुक्त रूप से फीता काटकर व नारियल फोड़कर किया।
जेड प्लस सुरक्षा के साथ भागलपुर में मोहन भागवत
कुप्पाघाट के लोकार्पण कार्यक्रम को लेकर आ रहे r.s.s. के संघ संचालक मोहन भागवत को लेकर सुरक्षा के मद्देनजर पूरी तैयारी की गई थी आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत को लेकर जेड प्लस सुरक्षा की व्यवस्था भी थे , चप्पे-चप्पे पर 78 सीसीटीवी कैमरे के द्वारा निगरानी रखी जा रही थी , उनकी सुरक्षा को लेकर 300 अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी।
क्या-क्या हुआ कार्यक्रम. ….
सभी अतिथियों विशिष्ट अतिथियों के कुप्पाघाट परिसर में आते ही सबों का पुष्पगुच्छ देकर व अंग वस्त्र देकर भव्य स्वागत किया गया उसके बाद सौंदर्यकृत सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के निवास का लोकार्पण सामूहिक रूप से मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों द्वारा फीता काटकर व नारियल फोड़कर किया गया, उसके बाद सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के जीवन पर आधारित फीचर फिल्म के पोस्टर का अनावरण किया गया फिर सभी गणमान्य लोगों ने एक-एक कर लोगों को संबोधित किया।
संघ प्रमुख भागवत ने कहा- एकता व अखंडता को बनाए रखें, करें भारत मां का सम्मान
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने लोकार्पण कार्यक्रम में अपने संबोधन में बड़ा बयान देते हुए कहा कि अपने देश के प्रति एकता व अखंडता को बनाए रखें साथी भारत मां के सम्मान में युवा अपना समय दें साथ ही उन्होंने कहा सत्य की परख करने के लिए आध्यात्मिक जरूरी है।
आम श्रद्धालुओं के लिए कुप्पाघाट का मुख्य द्वार रहा बंद
गौरतलब हो कि श्रद्धालुओं के लिए कुप्पाघाट के मुख्य द्वार को पूर्णरूपेण बंद कर दिया गया था , वही स्थानीय पुलिस बल अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई थी, कुप्पाघाट के प्रवेश द्वार से जो भी अंदर प्रवेश कर रहे थे उनकी जांच करके ही उन्हें अंदर प्रवेश कराया जा रहा था।