नारायणपुर : बस स्टैंड चौक पर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में रविवार को जिला स्तरीय रविदास महासम्मेलन में रविदास जयंती मनायी गयी.आगुंतकों का स्वागत फूल – माला बुके व अंगवस्त्र देकर किया गया. कार्यक्रम में अखिल भारतीय रविदसिया धर्म संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जनार्दन रविदास , बौद्धिष्ठ अंशदेव निराला, अखिलेश रमण , अजय रविदास, कुमारी बिंदू , विद्यानंद सागर, बह्मदेव राम ,
शशि रविदास, नीरज निराला, संतोष राम सहित अन्य वक्ताओं ने संत गुरू रविदास, गौतम बुद्ध, व बाबा साहब भीमराव अंबेदकर के कथनों व विचारों को आत्मसात करने की जरूरत बताया. बौद्धिष्ठ अंशदेव निराला ने कहा कि समाज के उत्थान के लिए शिक्षा जरूरी है.
बासपा नवगछिया के विद्यानंद सागर ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेदकर ने.
शिक्षित बनकर संगठित रहने के लिए कहा है . रविदास भाई-बहनों की 20 – 23 प्रतिशत की आबादी में शिक्षित 6-7 प्रतिशत है. समाज को शिक्षित बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए.क्योंकि बाबा साहब ने कहा है कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है , जो पीयेगा वह दहाड़ेगा. इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गान व संविधान की प्रस्तावना से की गई.महासम्मेलन में कई जिलों से आए प्रबुद्ध वक्ताओं में अनिल दास, योगेंद्र बौद्ध, घनश्याम दास , नसीब दास,विकास सिंह जाटव,मुकेश कुमार,नंदिकेश,उदय दास,निरंजन दास,सुरेश राम,सुभाष दास,बुलो दास व कुमारी बिंदु ने अपनी अपनी बात रखी.