

नवगछिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सह वरिष्ठ भाजपा नेता सत्येंद्र नारायण चौधरी कौशल और वस्त्र व्यवसायी संघ नवगछिया के अध्यक्ष दयाराम चौधरी ने संयुक्त रूप से पटना में राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मिलकर चुनाव से पहले नवगछिया को पूर्ण जिला घोषित करने की मांग की है. दोनों नेताओं ने रविवार को देर शाम नवगछिया बाजार में एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के तरफ से सकारात्मक आश्वासन मिला है. श्री कौशल ने कहा कि नवगछिया को जिला बनाने को लेकर जिला बनाओ संघर्ष समिति द्वारा उनके नेतृत्व में वर्ष 2013 से क्रमशः संघर्ष किया गया.

जब जब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भागलपुर और नवगछिया आये तो दोनों के द्वारा सकारात्मक आश्वासन मिलता रहा है तो अब देर क्यों किया जा रहा है. सत्येंद्र नारायण चौधरी ने कहा कि पूर्वी केबिन के पास बन रहा ओवरब्रीज पिछले कई वर्षों से निर्माणाधीन है. कटिहार बरौनी रेलखंड का दोहरीकरण हो गया है ऐसे में प्रत्येक दस मिनट पर 15 से 20 मिनट के लिये रेल फाटक गिर जाता है. यह नवगछिया शहर में प्रवेश करने का मुख्य रास्ता है. ऐसे में नवगछिया के विकास की गति धीमी हो जाती है आम लोग, रोगियों, पुलिस प्रशासन को भी रोजाना दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. दयाराम चौधरी ने कहा कि वर्ष 2018 में ही बाबा बिशु राउत सेतु से सीधे नवगछिया बाजार आने के लिये सड़क अनुमोदित कर दिया गया है लेकिन अभी तक उक्त सड़क को धरातल पर नहीं उतारा जा सका है. उक्त सड़क का निर्माण कराने के लिये भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया है.

कर दी टिकट की दावेदारी
दोनों भाजपा नेताओं ने कहा कि वर्तमान जदयू विधायक के कार्य की व्यवस्था से जो परिस्थिति बनी है, उसमे नवगछिया समस्याओं के जाल में फंसता गया. और लगातार विधायक बनने के चलते यहां के विधायक के मन में है कि उन्हें ही टिकट मिलेगा. लेकिन भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मन बनाया कि यहां उन्हें यहां से मौका मिले और भाजपा को सीट दिया जाय. दोनों नेताओं ने कहा कि उनदोनों ने भाजपा से टिकट की दावेदारी दी है और अपना बायोडाटा पार्टी कार्यालय में जमा किया है. अब गोपालपुर विधानसभा से भाजपा नेता पूर्व सांसद अनिल यादव के अलावा वे दोनों भी दावेदार हैं और चाहते हैं कि यह सीट भाजपा के खाते में डाल जाय. क्योंकि लगातार आश्वासनों के बाद जिला न बनने और ओवरब्रीज का निर्माण पूरा न होने से यहां के लोगों में आक्रोश है.

