भागलपुर जिला के खेल संगठन के पदाधिकारियों ने नगर निगम की महापौर डॉ. वसुंधरा लाल से मुलाकात कर सैंडिस कंपाउंड को लेकर अपनी मांगें रखीं। उन्होंने बताया कि सैंडिस कंपाउंड में दशकों से खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं और यहां नेशनल लेवल के कोच खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। इन कोचों के मार्गदर्शन में कई खिलाड़ियों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन किया है।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत विवाद
खेल संगठन के पदाधिकारियों ने महापौर को बताया कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत मौजूदा कोचों को हटाकर नए कोचों को टेंडर के माध्यम से नियुक्त करने की योजना बनाई जा रही है। साथ ही, खिलाड़ियों से मैदान में खेलने के लिए शुल्क वसूलने की बात भी कही जा रही है। इसका विरोध खिलाड़ी और कोच दोनों कर रहे हैं।
महापौर का आश्वासन
महापौर डॉ. वसुंधरा लाल ने पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि इस मुद्दे को स्मार्ट सिटी की आगामी बैठक में प्रमुखता से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ियों को उच्च स्तर तक ले जाने के लिए हर संभव सुविधा प्रदान की जाएगी। महापौर ने कहा कि सैंडिस कंपाउंड जिले के खेल विकास का एक प्रमुख केंद्र है, और इसे बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे।
खेल संघ का स्पष्ट विरोध
खेल संघ ने स्पष्ट किया कि कोचों को हटाने और खिलाड़ियों से शुल्क वसूलने की किसी भी योजना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संघ ने महापौर से मांग की कि सैंडिस कंपाउंड में पारंपरिक तरीके से खेल और प्रशिक्षण जारी रहे।