भागलपुर जिले के टाउन हॉल में मैट्रिक एवं इंटर में 85% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने हेतु एक प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन एक स्थानीय समाचार पत्र द्वारा किया गया था।
कार्यक्रम में टीएमबीयू के कुलपति, कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कुलपति, और वरीय पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में जिलाधिकारी ने छात्रों को संबोधित किया। अपने संबोधन में जिलाधिकारी ने सबसे पहले छात्रों को उनके खुद के लिए, अभिभावकों के लिए, और गुरुजनों के लिए तालियां बजवाईं।
जिलाधिकारी ने कहा कि आज भारत विशाल संभावनाओं का देश बन गया है और किसी भी क्षेत्र में पहचान बनाई जा सकती है। पहले इंजीनियरिंग और मेडिकल को ही सबसे अच्छे विकल्प माना जाता था, लेकिन अब कला, संगीत, खेल, और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भी लोग अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने छात्रों को अपना लक्ष्य खुद तय करने की सलाह दी और अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे छात्रों को इसके लिए आजादी दें।
उदाहरण स्वरूप उन्होंने मेडिकल विभाग का उल्लेख किया और कहा कि छात्रों को केवल ट्रेड के आधार पर निर्णय नहीं लेना चाहिए, बल्कि उस क्षेत्र में मन लगाकर काम करने और ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प लेना चाहिए।
उन्होंने कृषि की महत्ता पर जोर देते हुए बताया कि अब कृषि क्षेत्र प्लेसमेंट के लिए एक बेहतर विकल्प बन गया है। क्योंकि भारत और विशेष रूप से बिहार कृषि प्रधान राज्य है, इसलिए इस क्षेत्र में भी अपना भविष्य बना सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी ने सभी अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों पर करियर को लेकर दबाव न डालें और उन्हें स्वतंत्रता दें ताकि वे अपनी ऊंचाइयों को छू सकें।