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  • नहीं जाए तो कैसे जलेगा घर में चूल्हा

मुख्य संपादक ऋषव मिश्रा कृष्णा की कलम से

सावन मास में कोसी अपने पूरे परवान पर रहती है. ऐसे में अधिकांश लोग आज कल कोसी तटों पर स्नान करने से भी परहेज करते हैं, कारण यह है कि स्वभाव से चंचला कोसी कब कैसा रूप अख्तियार कर ले कहना मुश्किल. लेकिन नवगछिया अनुमंडल की एक बड़ी आबादी अगर कोसी के हाहाकारी रूप को देख कर डर जाए तो घरों में चुल्हा जलना मुश्किल हो जाएगा.

बस इसी मजबूरी में लोग अपनी जिंदगी ठीक ठाक गुजर बसर करने के लिये रोज मौत से रु ब रु होते हैं. मंदरौनी शिव मंदिर घाट के पास हुए नौका हादसे में सवार लोगों में एक भी स्थानीय नहीं हैं. सबों का घर घटना स्थल से दो से पांच किलोमीटर दूर है. सभी लोग दहीयार हैं. ये लोग रोजाना कोसी उस पार के पशुपालकों से दूध खरीद कर इस पार लाते हैं और अनुमंडल के विभिन्न बाजारों में दूध की बिक्री करते हैं.

तेज हवाओं के कारण हुआ हादसा

नाव पर सवार लोगों ने कहा कि नाव पर क्षमता से ज्यादा भार नहीं था. वे लोग रोजाना इतने लोगों के साथ दूध उस पार से इस पार लाते हैं लेकिन शुक्रवार को हवाएं तेज थी जिससे पानी की लहरें काफी वेगवती थी. ज्यादा दूरी वे लोग तय कर चुके थे अब शिव मंदिर 100 मीटर ही दूर था, लेकिन एकाएक नाव असंतुलित हो कर पलट गयी. नाव से करीब चार लोगों ने छलांग लगा दी थी तो बांकी लोग नाव के नीचे दब गए.

इनमें एक दो लोग बाहर आ गए तो चार लोगों का कुछ अता पता नहीं चल सका. स्थानीय लोगों ने बताया कि नाव पर सवार सभी लोग तैरना जानते थे. लेकिन नाव के नीचे चले जाने से लोगों के हताहत हो जाने की संभावना है. तैर कर बाहर निकले भवानीपुर निवासी रंजीत कुमार ने कहा कि नाव पलट जाने के बाद वह घटना स्थल से एक किलोमीटर दूर जा कर कोसी से निकला.

जहां नाव डूबी वहां से तट की दूरी कम थी लेकिन धारा का प्रवाह विपरीत था, इसलिये वह बह कर दूर चला गया. रंजीत ने कहा कि लापता सुमित यादव, महेश्वरी यादव और मेदी यादव का घटना के बाद क्या हुआ वह नहीं जानता है. क्योंकि नाव पलटने के बाद वह खुद की जान बचाने के जुगत में था.

नाव प्राइवेट था, किया जा रहा था अवैध परिचालन

जानकारी मिली है शिव मंदिर के पास नौका का परिचालन सरकारी स्तर से नहीं किया जा रहा था. प्राइवेट स्तर पर ही नाव का परिचालन किया जा रहा था. रंगरा के सीओ आशीष कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी. इधर आजाद हिंद मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र यादव, जाप के नेता संजीव कुमार सिंह उर्फ झाबो, भाजपा नेता मुक्तिनाथ सिंह आदि ने लापता लोगों के शव को जल्द से जल्द बाहर निकालने और पीड़ित परिवार के सदस्य को नौकरी और मुआवजा देने की मांग की है.

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