भागलपुर : जल- जीवन- हरियाली अभियान के अंतर्गत भागलपुर प्रमंडलीय सभागार में सूचना एवं जन संपर्क विभाग के द्वारा परिचर्चा कार्यक्रम में अपने प्रचार-प्रसार के महत्व से अवगत कराते हुए संयुक्त निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता द्वारा जल- जीवन- हरियाली अभियान की आवश्यकता एवं माननीय मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच, परिकल्पना एवं पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए 2 अक्टूबर 2019 से चलाए गए इस अभियान के लाभ से सभी को अवगत कराया गया।
उन्होंने जल- जीवन- हरियाली अभियान में शामिल 11अवयव एवं 15 विभागों पर बिंदुबार चर्चा की तथा सभी अवयवों के महत्व पर बारी बारी से प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि पर्यावरण संतुलन के लिए धरातलीय जल और भू गर्भ जल को सुरक्षित रखने एवं बढ़ाने की आवश्यकता को इस अभियान में शामिल किया गया है।
जिसमें जल संरचनाओं को चिह्नित करना, उन्हें अतिक्रमण मुक्त करवाना, उनका जीर्णोद्धार करना, सार्वजनिक कुआं का जीर्णोद्धार करना, नए जल संरचनाओं का निर्माण करना, चापाकल, कुआं के समीप सोखता का निर्माण, भवनों के छतों पर छत वर्षा जल संचयन संरचना का निर्माण करवाना, शामिल है।साथ ही मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के लिए जैविक खेती, वैकल्पिक फसल योजना, टपकन सिंचाई को प्राथमिकता दी गई है।
हरित आवरण को बढ़ाने के लिए पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन विभाग एवं मनरेगा द्वारा प्रत्येक वर्ष करोड़ों वृक्षारोपण किया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि बिहार का हरित आवरण 9% से बढ़कर 16% पर चला गया हैं। ऊर्जा की बचत करने एवम् पर्यावरण के अनुकूल सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी श्री अनिल कुमार राय द्वारा किया गया। उन्होंने भी जल,जीवन,हरियाली अभियान के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि अपने भावी पीढ़ी को सुरक्षित रखने के लिए इस अभियान से जुड़ना आवश्यक है।
उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को इसे अपनाने एवं इसका प्रचार -प्रसार करने की अपील की।
श्री रघुवीर मंडल(प्रशाखा पदाधिकारी) ने भी अभियान की उपयोगिता और आवश्यकता पर चर्चा की और सबों से इसका व्यापक प्रचार -प्रसार करने की अपील की।