- 18 फरवरी से शुरू होगा यह धार्मिक आयोजन
- 28 वर्षों के बाद नवगछिया को मेजबानी का मिला है मौका
- मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को भी दिया गया है आमंत्रण
- हरिनंदन बाबा के सानिध्य में होगा यह आयोजन
नवगछिया – अखिल भारतीय संतमत सत्संग का 111 वां तीन दिवसीय महा अधिवेशन 18 फरवरी से नवगछिया में एनएच 31 भवानीपुर टावर चौक के पास होना है. यहां पर एक बड़े भूभाग में कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दी गयी है. कार्यक्रम के संदर्भ में मंगलवार को एक प्रेस वार्ता कर विस्तृत जानकारी दी गयी. नवगछिया संत मत सत्संग कमेटी के अध्यक्ष संतोष कुमार कनोडिया ने कहा कि कार्यक्रम में वर्तमान आचार्य पूज्य पाद महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज सहित अन्य महात्माओं साधकों एवं विद्वान जनों के अमृत उपदेश होंगे. सत्संग कार्यक्रम प्रातः 6:00 बजे से एवं दोपहर 2:00 बजे से भजन कीर्तन स्तुति प्रार्थना ग्रंथ पाठ एवं प्रवचन होगा. इस संतमत सत्संग में पूरे भारत ही नहीं विदेश से भी सत्संग प्रेमी एवं महात्माओं का पदार्पण होगा. कार्यक्रम को लेकर नवगछिया में सत्संग प्रेमी पूरे मन तन धन से लगे हुए हैं कार्यक्रम को लेकर काफी जोर-शोर से तैयारी चल रही है.
भव्य पंडाल बनवाया जा रहा है. कार्यक्रम में 10 लाख से अधिक सत्संग प्रेमियों एवं महात्माओं के आने की संभावना है. अध्यक्ष ने बताया कि उक्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को भी कार्यक्रम के स्वगताध्यक्ष गोपालपुर विधानसभा के विधायक नरेंद्र कुमार नीरज द्वारा आमंत्रित किया गया है. अध्यक्ष ने बताया कि कार्यक्रम में श्रद्धालुओं के रहने खाने के साथ साथ सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाओं के इंतजाम किया जाएगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम में अध्यक्ष संतोष कुमार कनोडिया, सचिव अजय किशोर यादव, उपाध्यक्ष नरेंद्र जयसवाल, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया, राकेश चिरानिया, राजू गुप्ता, शशिधर साह, बलराम यादव, नंदलाल यादव, गोपाल मिश्र, श्याम सुंदर पोद्दार, उमेश पटेल, वीरेंद्र यादव, त्रिपुरारी भारती, राजेंद्र यादव समेत अन्य भी मौजूद थे.
28 वर्षों के बाद नवगछिया में आयोजित होगा संत मत सत्संग
प्रेस वार्ता में आयोजन मंडल के सदस्यों ने बताया कि नवगछिया के बाजार समिति में वर्ष 1994 में वार्षिक अधिवेशन का आयोजन किया गया था. इस आयोजन में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भी शिरकत किया था. जानकारी दी गयी है कि उक्त अधिवेशन का आयोजन विगत वर्षों में देश का कई पर प्रमुख शहरों में आयोजित होता रहा है. उक्त आयोजन का नवगछिया में होना, यहां के लिये गर्व की बात है. मालूम हो कि नवगछिया में बड़ी संख्या में लोग महर्षि मेंही के अनुयायी हैं. अपने जीते जी परमहंस मेंही दास जी कई बार नवगछिया में प्रवास कर चुके हैं. यही कारण हैं कि नवगछिया के लोगों को महर्षि मेंही की संत परंपरा से गहरा लगाव रहा है.