टॉर्च की रोशनी जलाकर चलने को मजबूर हुए कांवरिया। जिसको लेकर कांवरिया को जहरीले जीव काटने का सता रहा है डर
श्रावणी मेला की तैयारी को लेकर जिला प्रशासन कई वायदे करते दिख रहे हैं लेकिन उनके फायदे कहीं भी जमीनी स्तर पर सब पोल खोल दी जब कांवरिया अंधेरे में टॉर्च की रोशनी में चल रहे थे दरअसल कच्ची कमरिया पथ पर जिला प्रशासन के द्वारा की गई तैयारियों का पोल खोलता दिख रहा है। जिसमे कच्ची कांवरिया पथ सावन महीने के पहले ही दिन अधेरे में डूब गया है। कांवरिया टॉर्च की रोशनी में चलने को मजबूर दिख रहे हैं।
जिसको लेकर जहरीली जीव काटने का डर भी कांवरिया को सता रहा है। यह दृश्य जो आप देख रहे हैं यह गोगाचक धर्मशाला के कच्ची कांवरिया पथ का है। जोकी कांवरिया अंधेरे में टॉर्च की रोशनी जलाकर चल रहे हैं। तो वहीं धर्मशाला में भी लाइट नहीं रहने से कांवरिया गर्मी से भी परेशान हो रहे हैं। वही कांवरिया ने कहा कि धर्मशाला में कोई भी व्यवस्था नहीं है। और तो और बिजली भी नहीं है।
कोई सुरक्षा भी नहीं है। टॉर्च की रोशनी में समान निकालना पड़ता है गर्मी से परेशान हो रहे हैं। पंखा सिर्फ जिंदा रहने का संकेत दे रहा है। शौचालय की दिक्कत है और रात और सुरक्षा के भाव में कुछ जहरीली पदार्थ काटने की आशंका बनी है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से मांग करते हुए कहा की अति शीघ्र व्यवस्था कराएं ताकि जो कल से कांवरिया आए उसको किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है सरकार और प्रशासन ने इस बार अच्छा कार्य नहीं किया।