कदवा दियारा पंचायत के ठाकुरजी कचहरी टोला में कोसी नदी का भीषण कटाव जारी है. कोसी के कटाव को देखते हुए ग्रामीण यहां से पलायन करने की तैयारी में जुट गये हैं. पिछले चार दिनों में किसानों की 50 बीघा जमीन नदी में समा चुकी है. 20-25 घर नदी के मुहाने पर हैं. 10 दिनों से हो रहे कटाव के बाद लोग घर का सामान समेट पलायन करने की तैयारी में हैं. कटाव स्थल पर जीओ बैग लगाये जा रहे हैं. बंबू रोल से कटाव रोकने का प्रयास किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि विधायक गोपाल मंडल और सांसद अजय मंडल दोनों कटाव से बचाव और विस्थापितों को जमीन मुहैया कराने के लिए कोई पहल नहीं की है.
कटाव की जानकारी देने के बाद मात्र दोनों गांव आये थे. कटावरोधी काम शुरू हुआ है, लेकिन जो कार्य किया जा रहा है वह संतोषजनक नही है. कार्य में भारी लापरवाही की जा रही है. यदि ऐसे ही गांव को बचाने का कार्य होते रहा तो वह दिन दूर नहीं है पूरा गांव कोसी में समा जायेगा. ग्रामीणों ने बताया कि यहां तीन साल से कोसी लगातार कटाव कर रही है. अबतक इस गांव में 40 से अधिक घर कोसी नदी में समा चुके हैं और 20 से 25 घर कटाव के मुहाने पर आ गये हैं. वह किसी भी समय कोसी में समा सकते हैं. जब सरकार व अधिकारी हमलोगों का घर ही नहीं बचा पा रही है, तो खेतों को क्या बचा पायेंगे. अब हम सभी ग्रामीण दूसरे जगह पलायन करने को विवश हैं. पिछले वर्ष अब तक दर्जनों लोगों का घर कोसी नदी में विलीन हो चुका है.
वहीं दर्जनों लोग पलायन कर चुके हैं. कटाव इतनी तेज है कि लोगों के घर कट रहे हैं. खेतों में लहलहाती फसल के साथ उपजाऊ जमीन कोसी नदी में समा रही है. ग्रामीणों ने कहा कि कटाव एक महीना से हो रहा है. बिना उपाय किये कटाव से नही बचा जा सकता है. पिंटू कुमार ने कहा कि इस बार की स्थिति बहुत गंभीर है़ काम के नाम पर बांस थोड़ा बहुत गिराया है, थोड़ा बहुत बोरी गिरायी है, लेकिन इससे कटाव से नही बच पायेंगे. गायत्री देवी ने कहा कि गांव-घर कटने लगे. लोग घर छोड़ कर भागने लगे हैं. कोई काम करने को तैयार नही है. अभी स्थिति बहुत खराब है.
सुब्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी, भागलपुर ने कहा कि अभी नदी का जलस्तर बहुत नीचे है, गंगा खतरे के निशान से दो से ढाई मीटर नीचे है. कोसी नदी का भी जलस्तर काफी नीचे है, उतार-चढ़ाव पानी में हो रहा है जिससे कटाव हो रहा है. हमलोग अलर्ट है. जहां जिस हिसाब से जरूरत होगी, फ्लड कंट्रोल डिपार्टमेंट अपना काम करेगा, हमलोग की तैयारी पूरी है.