सैकड़ों वर्षों से सड़क के लिए उपेक्षित ग्रामीणों ने खुद मिलकर बनाने लगे सड़क.
बाढ़ व बरसात के दिनों टापू में तब्दील हो जाते थे खैरपुर पंचायत के बेलसंडी गांव.
वर्षों से एक सड़क के लिए उपेक्षित नवगछिया प्रखंड के कोसी पार, कदवा के मूल धरती महादलित टोला बेलसंडी के प्रति वहां के जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों की उदासीनता रही है. वहां के लोगों की पीड़ा जब किसी जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों ने नहीं सुनी तो, गांव से फोरलेन सड़क तक एक सड़क के लिए तरस खा रहे बेलसंडी के दर्जनों ग्रामीणों ने खुद मिलकर,
सोमवार को करीब तीन सौ मीटर सड़क के निर्माण कार्य में लग गए. लोग खुद कुदाल व टोकडी़ से सड़क पर मिट्टी डाल रहे थे. ग्रामीणों प्रवेश कुमार श्रृषिदेव, मोहम्मद इसराइल, नीरो देवी व चलितर श्रृषिदेव के साथ दर्जनों लोगों ने बताया कि- आज से चार सौ वर्ष पहले कदवा में सिर्फ एक हीं गांव यही बेलसंडी था. इसके अलावे इस इलाके में दुसरा कोई गांव था तो वह सीमावर्ती क्षेत्र मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड अंतर्गत लौआलगान हीं था.
इसके बाद इस कोसी नदी के गर्भ में तीसरा कोई गांव नहीं था. आज भले बाहर से आकर बसे लोगों के द्वारा 22 से 32 टोला कदवा हो गया है. फिर भी आजतक इस गांव में कोई विकास नहीं हो पाया है. वहां के लोग अपने गांव के निकास के लिए जनप्रतिनिधियों, नेता व पदाधिकारियों के पास फूअर बनकर गिड़गिड़ाते रहे. चुनाव के समय सभी जनप्रतिनिधियों आकर वोट के लिए तरह-तरह के वादे करते हैं.
जीत के बाद कोई ध्यान नहीं देते हैं. सब के वादे हवा-हवाई में हीं रह जाते हैं. खैरपुर कदवा पंचायत के यह बेलसंडी गांव बाढ़ व बरसात के दिनों में टापू में तब्दील हो जाते हैं. चारों तरफ से बाढ बरसात के पानी से घिर जाने के बाद यहां के पानी में तैर कर लोग रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करती हैं. कोई बीमार पर जाते हैं तो खाट पर उठाकर भी कहीं नहीं ले जा पाते हैं.
एक सड़क नहीं होने से कई गर्भवती महिलाएं व बीमार लोगों की जानें भी जा चूकी है. इस सड़क निर्माण को लेकर वहीं फोरलेन से सटे गोला टोला कदवा के एक जमीन मालिक है. जिसको फसल क्षतिपूर्ति के रूप में बतौर मुआवजे भी देते हैं फिर भी वह किसी असामाजिक तत्वों से मिल बांस-बल्ली लगा कर रास्ता बंद कर देते हैं.
साथ हीं ग्रामीणों ने कहा- किसी भी लोगों को मदद करने के लिए आगे आना है तो वह आ सकते हैं, अब हमलोग अपने रूकने वाले नहीं हैं. जो भी अवरूद्ध होगा उससे मुक़ाबला करने को तैयार हैं. वहीं गोला टोला कदवा के एक जमीन मालिक ने पुरे बेलसंडी गांव को आग लगाकर जला देने की धमकी भी दिया है.