भागलपुर: कहलगांव थाना क्षेत्र में एक विवाद के दौरान पुलिस द्वारा ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार का मामला सामने आया है। यह घटना तब हुई जब पुलिस ने एक स्थानीय मंदिर में महिलाओं के साथ शराब पीकर पहुंचे सिट्टू यादव और उसके गुर्गों के खिलाफ कार्रवाई की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची।
मंदिर प्रांगण में महिलाएं गीत गा रही थीं, तभी शराब के नशे में धुत सिट्टू यादव ने अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद बुद्धूचक थानेदार मुकेश यादव मौके पर पहुंचे। लेकिन रिपोर्टों के अनुसार, थानेदार ने ग्रामीणों के साथ मारपीट की, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इस मामले में कहलगांव के डीएसपी अर्जुन कुमार गुप्ता ने कहा कि उन्हें पुलिस द्वारा किसी प्रकार के अभद्र व्यवहार की जानकारी नहीं है और मामले को शांत करने का प्रयास किया गया। डीएसपी ने बताया कि ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया गया और मूर्ति का विसर्जन कराया गया।
हालांकि, ग्रामीणों ने दावा किया कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। मुखिया मनोहर कुमार ने कहा कि अगर थानेदार मौके पर आते, तो महिलाएं उन्हें चप्पल से पीट देतीं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि मामले में उचित कार्रवाई नहीं होती है, तो महिलाएं एकजुट होकर थानेदार की पिटाई कर सकती हैं।
ग्रामीणों ने थानेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भागलपुर के एसएसपी आनंद कुमार, रेंज डीआईजी विवेकानंद और भागलपुर सांसद अजय कुमार मंडल से भी संपर्क किया है। घटना के बाद, डीएसपी के समझाने के बाद ग्रामीणों ने देर रात मूर्ति का विसर्जन कर दिया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए ग्रामीणों ने सड़क जाम कर थानेदार का पुतला दहन किया और “पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद” के नारे लगाए।