जमुई: सरकारी अस्पताल के बाद अब प्राइवेट क्लीनिक व नर्सिंग होम की भी एक के बाद एक लापरवाही सामने आने लगी है। शहर के कई नामचीन नर्सिंग होम व निजी क्लीनिक पैसों के खातिर मरीज को भर्ती कर इलाज करते हैं और थोड़ी सी चूक की वजह उनकी मौत हो जाती है। इसी तरह का एक और मामला गुरुवार को सामने आया है। जहां शहर के बायपास रोड स्थित मैक्स इमरजेंसी अस्पताल में ऑपरेशन के 12 दिन के बाद भर्ती मरीज की मौत हो। मृतक मरीज की पहचान झाझा प्रखंड के जामुखरैया गांव निवासी स्व. सदानंद सिंह के 45 वर्षीय पुत्र दिवाकर सिंह के रूप में हुई है। इधर मौत की खबर सुनते ही स्वजनों ने हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया। हंगामा को देख चिकित्सक और अन्य कर्मी मौके से फरार हो गए। स्वजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए घंटों हॉस्पिटल में अड़े रहे।
पेट में दर्द की शिकायत पर एक सितंबर को कराया गया था भर्ती
स्वजनों ने बताया कि एक सितंबर को दिवाकर सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। पेट में दर्द और शौच नहीं होने की शिकायत पर उसे मैक्स इमरजेंसी हॉस्पिटल लाया गया था। जहां जांच के बाद हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. एसएन सिंह द्वारा पटना मेन ब्रांच में ऑपरेशन करने की बात कही गई थी। उसके बाद 4 सितंबर को पटना में ऑपरेशन किया गया। सबकुछ ठीक-ठाक था उसके बाद अचानक पेट का टाका भी टूट गया था। बुधवार को चिकित्सक द्वारा मरीज की स्थिति ठीक रहने की बात कह कर उसे फिर जमुई ले जाने के लिए कहा गया। इस दौरान देर रात रास्ते मे ही उनकी मौत हो गई।
मृत मरीज को छोड़ चिकित्सक हुआ फरार
मरीज को लेकर स्वजन तकरीबन 2 बजे रात में मैक्स हॉस्पिटल जमुई पहुंचे जहां मरीज से मिलने के लिए नहीं दिया गया और 4 बजे सुबह में चिकित्सक सहित अन्य कर्मी गायब हो गए तब पता चला कि मरीज की मौत हो चुकी है। उसके बाद स्वजन को डॉक्टर द्वारा 5 हज़ार देकर घर जाने के लिए कहा था।
हॉस्पिटल में स्वजनों ने 8 घंटे तक काटा बवाल
चिकित्सक व अन्य कर्मियों के गायब हो जाने के बाद स्वजनों ने तक़रीबन 8 घंटे तक हॉस्पिटल में अड़े रहे और चिकित्सक के आने का इंतेज़ार करते रहे। इस दौरान नगर थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंचकर समझाने की कोशिश की लेकर आक्रोशित स्वजन चिकित्सक पर कार्रवाई करने और मुआवजा की मांग को लेकर अड़े रहे।
ऑपरेशन में नहीं हुई है लापरवाही
मैक्स इमरजेंसी हॉस्पिटल के डायरेक्टर एसएन सिंह ने बताया कि एक साजिश के तहत झूठा आरोप लगाया जा रहा है। मरीज का आंत फट गया था। ऑपरेशन में कोई कमी नहीं हुई थी। सबकुछ ठीक-ठाक था। अचानक तबियत बिगड़ी और उनकी मृत्यु हो गई है। दो दिन पूर्व स्वजनों को पीएमसीएच ले जाने भी कहा गया था लेकिन वे लोग नहीं लेकर गए थे।