बिहपुर: मां दक्षिणेश्वर काली पूजा कमेटी ने सोमवार को बिहपुर प्रखंड के लत्तीपुर में ग्रामीणों के साथ बैठक किया।जिसमें कमेटी के अध्यक्ष मिथिलेश यादव,मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव व पूर्व मुखिया दिनेश यादव बताया कि यहां मां काली की पूजा 12 की रात व प्रतिमा विसर्जन 15 नवंबर को सीकिया गंगाघाट में परंपरानुसार होगा।मां काली की पूजा प्रधानपुजारी शंभुनाथ झा व आचार्य गुरूदेव झा वैदिक विधाननुसार संपन्न कराते हैं।कालीपूजा के अवसर पर 13 को अखाड़ा व नाटक व 14 नवंबर को नाटक का मंचन होगा।इसको लेकर सोमवार को ग्रामीणों की एक बैठक मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव की मौजूदगी में हुई।इस मौके पर बताया गया कि नवयुवक संघ नाट्य कला परिषद के संयोजन में 13 व 14 नवंबर को मिथिलेश यादव के निर्देशन में क्रमश:बदनसीब व टुअर नाटक का मंचन ग्रामीण युवा कालाकारों द्वारा किया जाएगा।नवयुवक संघ नाट्य कला परिषद के पवन ठाकुर,पप्पू सिंह व पूर्व पंसस मिथिलेश पासवान ने बताया कि इस गांव में नाटक मंच का इतिहास करीब सात दशक पुराना है।
नाटक के जरिए ग्रामीण युवा कलाकार शिक्षा,स्वच्छता,अनुशासन समेत सामाजिक जागरूकता का संदेश देते है।साथ ही नशा,दहेज, अपराध समेत अन्य बुराईयों के बारे में बताकर इससे अपने घर व समाज को बचाने का संदेश भी देते हैं।बताया गया कि कालीपूजा,दीपावली व लक्ष्मीपूजा के पावन मौके पर यहां हरसाल सफल नाटक का मंचन होता आ रहा है।पूजा कमेटी के सचिव विरेंद्र यादव,कोषाध्यक्ष पप्पू सिंह समेत सदस्य संजय पोद्दार,मंगल साह,अशोक सिंह,लड्डू यादव,अशोक यादव,शशि मंडल,अशोक ततमा व मनोज साह बताते हैं कि लत्तीपुर में मां काली का यह दरबार जाग्रत दरबार है।यहां से कोई भी निराश नहीं लौटा है।सच्चे मन से मांगी गई भक्तों की मुराद को मां जरूर पूरा करती है।वहीं पूजा व मेले के सुचारू व्यवस्था संचालन में पूरे गांव के लोगों की सक्रिय भागीदारी रहती है।यहां पूजा का इतिहास करीब 150 वर्ष से भी अधिक है।मां के इस मंदिर के प्रति पूरे क्षेत्र के लोगों में असीम श्रद्धा है।