भागलपुर: अगर आपने अयोध्या का रामलला का भव्य मंदिर नहीं देखा है, तो कोई बात नहीं। हावड़ा से आए शिव भक्तों ने कच्ची कांवड़िया पथ पर राम मंदिर के प्रारूप को कांवड़ में बनाकर प्रस्तुत किया, जो मुख्य आकर्षण का केंद्र बन गया है।
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में शिव भक्त अपने अनोखे अंदाज में बाबाधाम जा रहे हैं, और उनका यह अनोखा अंदाज अन्य कांवड़ियों के बीच चर्चा का विषय बन जाता है। ऐसा ही एक उदाहरण सेंचुरी कंपनी द्वारा महाकाल ग्रुप हावड़ा के घुसडी माधव लेन की टोली के 35 कांवड़ियों का जत्था है, जिन्होंने अयोध्या के रामलला के भव्य मंदिर के रूपी कांवड़ को लेकर बाबाधाम के लिए यात्रा शुरू की है।
अयोध्या धाम को देखकर लोगों के चेहरे पर उत्साह और बाबाधाम जाने वाले कांवड़ियों में जोश भर जाता है। लोग राम मंदिर के भव्य प्रारूप को देखकर “जय श्री राम” और “हर हर महादेव” के नारे लगा रहे हैं। कांवड़ियों ने बताया कि उनके टोली में 30 से 35 सदस्य हैं, और कांवड़ का वजन लगभग 125 किलो है। इस राम मंदिर स्वरूप कांवड़ को बनाने में लकड़ी, थर्मोकोल, बांस, और लोहे का उपयोग किया गया है। इसे बनाने में लगभग एक माह का समय लगा है।
इससे पूर्व भी ये लोग केदारनाथ का प्रतिरूप बना कांवड़ के रूप में बाबाधाम गए थे, और इस बार रामलला का भव्य मंदिर बनाकर कंधों पर उठाकर बाबाधाम के लिए निकल पड़े हैं।