0
(0)

रिपोर्ट:-निभाष मोदी, भागलपुर।

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में तिलकामांझी के 273 वें जन्म दिवस के उपलक्ष पर प्रतिकुलपति रमेश कुमार के अलावे विश्वविद्यालय के कई पदाधिकारियों ने तिलका मांझी के स्टैचू पर पुष्प अर्पित कर एवं माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। कार्यक्रम की शुरुआत कुलगीत से हुआ, प्रति कुलपति ने अपने संबोधन में कहा कि तिलकामांझी 1857 का विद्रोह करने वाला अंग जनपद का पहला वीर सपूत था, सबसे पहले क्रांतिकारी के रूप में उभरता वीर तिलकामांझी के नाम पर 12 जुलाई 1960 में .

भागलपुर विश्वविद्यालय का नाम तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय रखा गया, और उनसे कई क्रांतिकारियों ने प्रेरणा लेकर ही उनके नक्शे कदम पर चलने की कसम खाई जिससे हमारा देश आजाद हुआ और हम गुलामी की जंजीरों को तोड़ कर आजाद भारत वर्ष में रह रहे हैं। तिलकामांझी के जन्म दिवस के अवसर पर हमें वीर शहीदों को जरूर याद करना चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास पर भी प्रकाश डाला, प्रति कुलपति के अलावे कई पदाधिकारियों ने भी वीर तिलकामांझी मुर्मू के वीरता पर प्रकाश डाला।

विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन में तिलका मांझी के जन्म दिवस कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव,रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक , सीसीडीसी के अलावे सभी पदाधिकारी एवं विश्वविद्यालयकर्मी मौजूद थे।

Aapko Yah News Kaise Laga.

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

Share: