नवगछिया अनुमंडल कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे राजद कार्यकर्ता पर बिफरे अनुमंडल पदाधिकारी ऋतुराज प्रताप सिंह. उन्होंने कार्यकर्ता से कहा कि लाउडस्पीकर के तेज आवाज से सरकारी कार्य में बाधा हो रही थी. धरना प्रदर्शन के कारण कार्यालय आने वाले लोगों को भी परेशानी हो रही थी. कार्यकर्ता से वार्ता कर कहा कि शांति पूर्ण धरना देने में कोई समस्या नहीं है. अगली बार से आप मेरे से मिल कर बात कर के हम जगह चिन्हित कर के आपको देंगे या आप जगह चिन्हित कर के देंगे जहां आप शांति पूर्ण तरीके से धरना करेंगे ताकि सरकारी कार्य में कोई बाधा नहीं आए. जिसमें इन लोगों ने राजी खुशी से मान लिया है . कोई समस्या नहीं है.
राजद नेता संजय मंडल ने कहा कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश स्तर से निर्धारित था कि जो 65 प्रतिशत आरक्षण हमलोग को मिलना था वो लागू आजतक नहीं हुआ है. उसी को लेकर पहले भी हमलोग धरना प्रदर्शन किए है. उसी क्रम में नवगछिया अनुमंडल में धरना दे रहे है. अनुमंडल पदाधिकारी का कहना था कि हमे सूचना नहीं दिए है और परमिशन नहीं लिए है. जब की हमलोगों की सिर्फ सूचना देना था. हमलोगों ने कार्यालय में सूचना दिया है. यह कार्यालय का दोष है अनुमंडल पदाधिकारी को पता नहीं था. इसी को लेकर वो कहने आए थे कि बिना सूचना के क्यों आपलोग हमारे परिसर में बैठे हुए है और सरकारी काम में बाधा पहुंचा रहे है.
राजेंद्र यादव ने कहा कि महागठबंधन बिहार सरकार के द्वारा जाति जनगणना करा कर उसमें 65% प्रतिशत आरक्षण एसटी. एससी. ओबीसी. को देने के प्रावधान को बिहार सरकार के कैबिनेट के द्वारा पारित कर केंद्र सरकार को दे दिया गया है. लेकिन उसको अभी तक केंद्र सरकार के द्वारा संविधान के 9 वीं सूची में शामिल नहीं किया गया है. इसके विरोध में राजद आला कमान के द्वारा घोषित एकदिवसीय धरना- प्रदर्शन कार्यक्रम के तहत नवगछिया अनुमंडल कार्यालय के सामने राष्ट्रीय जनता दल की ओर से एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अलख निरंजन पासवान एवं संचालन राजेंद्र यादव के द्वारा किया गया. मांग पत्र अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया को कार्यालय में जाकर सोंपा गया. उक्त कार्यक्रम में संजय मंडल, मोहम्मद मोइनुद्दीन ,मोहम्मद शाहिद बैठा, मेंही दास, अरविंद दास, महेश मंडल, केदार जी, शंकर सिंह, विजय राय, तनवीर हसन, हिमांशु यादव सहित अन्य लोग उपस्थित थे.