मिल्की के कटाव से विस्थापित परिवार पुर्नवास के लिए ग्रामीण विकास विभाग मंत्री से मिलकर आवेदन दिया. बताया गया कि वर्ष1987 से कटाव से विस्थापित हूं. विस्थापित परिवार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, एवं अति पिछड़ा के परिवार को जमीन खरीदने के लिए अनुग्रह राशि देने की मांग किया.
बताया कि 1987 के प्रलयकारी कोसी नदी के कटाव से विस्थापित हो गए थे. इस वर्ष लगातार चार बार कोसी नदी विस्थापित परिवार का घर काटते आ रही है. विस्थापित परिवार को उस समय के तत्कालिन प्रशासनिक अधिकारी गौशाला की जमीन पर झुग्गी झौपड़ी बनाकर रहने के लिए मौखिक आदेश दिया था. तब से आज तक पुर्नवास के लिए कई बार पदाधिकारियों को आवेदन दिया गया.
किंतु इस दिशा में कोई भी सकारात्मक कार्य नहीं हुआ. गौशाला के जमीन के अलावा हम लोगों को कहीं भी खड़ा रहने के लिए एक इंच भी जमीन नहीं है. पीड़ित व्यक्ति को सरकारी प्रवधान के अनुसार जमीन खरीदने के लिए अनुदान राशि देने की मांग किया. अनुदान राशि मिलने के बाद हम लोग गौशाला की जमीन खाली कर देंगे.ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री ने इस संबंध में जिलापदाधिकारी को मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है.