भागलपुर में महागठबंधन के द्वारा समाहरणालय स्थित कचहरी चौक के समीप केंद्र सरकार के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया, महागठबंधन में जितने भी राजनीतिक दल हैं आज उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ यह प्रदर्शन किया, प्रदर्शनकारियों ने जमकर केंद्र सरकार को कोसते हुए कहा कि यह जुमलेबाजी की सरकार है और झूठे वादे करने वाली सरकार है इनके 9 साल के कार्यकाल में.
बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर चली गई है जिसके खिलाफ हम लोगों ने आज का यह एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया है वही जदयू के भागलपुर विधानसभा प्रभारी संतोष साहनी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना कराने महंगाई एवं बेरोजगारी पर रोक लगाने संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग के विरोध किसानों की आय दोगुनी करने उन्माद की राजनीति पर रोक लगाने दलित गरीबों की आवास एवं खाद्यान्न योजना बंद कराने की.
साजिश को बेनकाब करने और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए राज्य के सभी प्रखंडों में हम लोगों ने आज केंद्र सरकार के खिलाफ यह धरना प्रदर्शन किया है, उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार 9 साल सिर्फ जनता को और बेरोजगारों को ठगने का काम किया है साथ ही उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में वादे किए थे कि 2 कड़ोड़ बेरोजगार को नौकरी दी जाएगी सबों के खाते में 1500000 रुपए करके आएंगे सब कुछ ढकोसला था वह चुनावी मुद्दा था सिर्फ और सिर्फ केंद्र सरकार जनता को ठगने का काम कर रही है 2024 में जनता ही उसे जवाब देगी और गद्दी से उखाड़ फेंकेगी।
एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के दौरान महागठबंधन के दर्जनों राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता व अधिकारी मौजूद थे