भागलपुर में अवस्थित विक्रमशिला विश्वविद्यालय की बदहाली दिखाने के खबर का बड़ा असर हुआ है। दरअसल प्राचीन विक्रमशीला विश्वविद्यालय के बदहाली और केंद्रीय विश्विद्यालय के निर्माण में देरी किये जाने को लेकर बीते दिनों हमने खबर दिखाई थी जिसके बाद अब भारत सरकार का शिक्षा मंत्रालय इस मामले में फिर सक्रीय हुआ है और मंत्रालय ने बिहार के शिक्षा विभाग के सचिव को कहा है कि मलकपुर और अंतीचक मौजा की 215 एकड़ जमीन की अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू करे।
अब केंद्रिय विश्विद्यालय के निर्माण की आश जगी है। विक्रमशीला विश्विद्यालय के भग्नावशेष के बगल में केन्द्रीय विश्विद्यालय की निर्माण के लिये केंद्र अड़ा है लेकिन राज्य का कहना है कि उस जमीन पर एससी एसटी के दर्जनों घर हैं 3500 पेड़ हैं। वहीं शिक्षा विभाग ने डीएम को रिपोर्ट देने को कहा है। मामले में डीएम सुब्रत सेन ने कहा कि जमीन का प्रस्ताव हमने भेजा था। इसमे भारत सरकार की टीम पहले आकर स्वीकृति प्रदान की थी फिर दूसरी टीम आयी थी उन्हें कुछ आपत्ति थी।
जिस तरह का निर्देश विभाग का प्राप्त होगा काम किया जाएगा जमीन अधिग्रहण का आदेश आता है तो वो किया जाएगा। हम आपको बता दें नरेंद्र मोदी ने 2014 में चुनावी मंच से हवाई अड्डा में लोगों से वादा किया था कि प्राचिन विक्रमशीला विश्विद्यालय का गौरव लौटाया जाएगा। केंद्रीय विश्विद्यालय का निर्माण किया जाएगा। इसके बाद केंद्र से 500 करोड़ रुपया मिला है लेकिन जमीन अधिग्रहण में प्रक्रिया अधड़ में थी।