- ढाई घंटे बाद पहुँची दमकल की टीम, चार घंटे बाद आग पर पाया गया काबू
- ख़रीक प्रखंड के छोटी अलालपुर में भीषण आग लगने से तकरीबन एक सौ से अधिक लोगों का फूस और चदरे का बना घर जलकर पूरी तरह राख में तब्दील हो गया.जबतक लोग कुछ समझ पाते तब तक लोगों का घर आग से घिर गया और धु धु कर घर जलने लगा और आग की लपटें आसमान में उठने लगा.लोगों ने अग्निशमन को भयानक आग लगने की सूचना दी लेकिन अग्निशमन की टीम चार घंटे बाद अगलगी स्थल पर पहुंची लेकिन तब पूरी बस्ती आग के हवाले हो चुका था.पूरा बस्ती राख में तब्दील हो गया.आग की लपटें इतनी तेज थी कि लोग अपने घरों से कुछ भी निकाल नही पाये.घटना की सूचना मिलने पर खरीक अंचलाधिकारी निशांत कुमार अगलगी स्थल पर पहुंच कर स्थिति का मुआयना किया और अग्निपीड़ितों को समुचित मदद का भरोसा दिया.
- मौजूदा समय में सभी अग्निपीड़ित
- दिसम्बर के ठंड में खुले आसमान के नीचे पति पत्नी बच्चे और वृद्ध दिव्यांग के साथ खुले आसमान के नीचे जीवन जीने को बिवश है.
आग लगते ही पूरे गाँव में भगदड़ मच गयी.लोगों ने किसी तरह इधर-उधर भागकर अपनी-अपनी जान बचायी.भीषण अगलगी की में किसी की हताहत होने की सूचना नहीं है. घटना की जानकारी मिलते ही जिला पार्षद पियुष कुमारी, पूर्व जिला पार्षद विजय कुमार मंडल,पूर्व मुखिया मनोरमा देवी सरपंच प्रमोद मंडल,छोटेलाल मंडल. अर्जुन साह समेत अन्य जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में लोगों के साथ घटना स्थल पहुँच कर आग पर काबू पाने के लिए हर संभव बचाव कार्य शुरू कर दिया.जनप्रतिनिधियों ने अगलगी की सूचना स्थानीय पदाधिकारी को दी.सूचने के तकरीबन ढाई घंटे बाद नवगछिया से दमकल की टीम पहुँची.तबतक भारी नुकसान हो चुका था.अग्निपीड़ितों का पूरा घर जलकर राख में तब्दील हो चुका था.वहीं ग्रामीणों ने बताया कि आग कैसे लगी इसका कुछ पता नहीं चल सका.गनीमत रहा कि तेज हवा नहीं चल रही थी. हवा का रुख तेज होता तो पूरा गाँव समेत अन्य घर जलकर राख हो जाता है.
अगलगी में खून पसीने से अर्जित घर सहित घर में रखा नगद,कपड़े, जेवरात समेत सारा समान जलकर राख हो गया.आग की चिंगारी ने लोगों के आशियाने के साथ-साथ अग्निपीड़ितों की उम्मीदों को भी जला जलाकर राख कर दिया.अग्निपीड़ितों ने काफी मेहनत कर किसी तरह फूस ठाठ और चदरे का घर बनाया था.कई अग्निपीड़ितों ने बेटी का ब्याह करने और खेती बारी के लिए नगद रुपये, गहने और अनाज रखे थे.सब कुछ जलकर राख हो गया सीओ निशांत कुमार ने बताया कि अगलगी में हुई क्षति का आकलन किया जा रहा है.अग्निपीड़ितों को हरसंभव मदद की जाएगी जिला पार्षद पियुष कुमारी ने कहा कि मैं जिलाधिकारी से स्थानीय स्तर पर दमकल की सुविधा उपलब्ध कराने की माँग करती हूँ.अगर दमकल की सुविधा स्थानीय स्तर पर रहता तो समय पर पहुँचता और इतनी बड़ी अगलगी की घटना नहीं होती.खरीक के छोटी अलालपुर गाँव में लगी भीषण आग, करीब सौ घर जलकर हुई राख