नवगछिया – सरकार और जिला स्तर के वरीय पदाधिकारियों के निर्देश के बावजूद खरीक प्रखंड में किसान आसानी से अपना गेहूं सरकारी दर पर नहीं भेज पा रहे हैं. मालूम हो कि वर्तमान में गेहूं का बाजार मूल्य ₹1600 से ₹1700 प्रति कुंतल है और सरकारी दर ₹1900 प्रति कुंतल है. लेकिन सरकार को गेहूं बेचना काफी कठिन है.
खरीक के कठैला निवासी किसान अमरजीत चौधरी ने कहा कि वे विगत दस दिनों से गेहूं बेचने के लिए प्रयासरत हैं. लेकिन रोज स्थानीय पदाधिकारी आनाकानी कर रहे हैं. कभी कह रहे हैं गेंहूं खरीददारी के बाद रखने के लिये उनलोगों के पास बोरा नहीं है तो कभी कह रहे हैं कि आज नाप करने वाला छुट्टी पर हैं. सब बहानेबाजी समाप्त हो गया तो अब गेंहूं में ही खराबी निकाला जा रहा है.
ऐसी स्थिति से वे आजिज होकर थक गए हैं. मन कर रहा है बाजार में ही आसानी से बेच दूं. अमरजीत ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की है. इधर खरीक प्रखंड के सहकारिता पदाधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि वे लोग आसानी से गेहुं खरीद रहे हैं. जो भी किसान गेंहूं बेचने की इच्छा रखते हैं वे आसानी से संपर्क कर बिक्री कर सकते हैं.