सहरसा। जिले के सलखुआ थाना क्षेत्र के गोरियारी चौक के समीप बुधवार दोपहर दिनदहाड़े अज्ञात बदमाशों ने एक दुकानदार को गोली मार गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। गंभीर रूप से जख्मी दुकानदार को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजन सहित आसपास के लोगों की भीड़ अस्पताल परिसर में जुट गई। एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर, पुलिस इंस्पेक्टर मो.शुजाउद्दीन सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल अस्पताल पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सहरसा भेज जांच पड़ताल में जुट गई है। घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। घटना का कारण पुरानी दुश्मनी बतायी जाती है। पुलिस ने घटनास्थल से एक खोखा सहित लाठी डंडे बरामद किया है।
बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। मृतक की पहचान गोरदह पंचायत के गोरियारी निवासी लक्ष्मी यादव के 35 वर्षीय पुत्र रंजीत यादव के रूप में की गई है। घटना के संबंध में मृतक रंजीत यादव के मौसेरे भाई अशोक यादव ने बताया कि मंगलवार को गोसपुर गांव के ही कुछ युवक के साथ किसी बात को लेकर बाताबती हुई थी।घटना की सूचना स्थानीय पुलिस पहुंच मामले को शांत करा दिया गया था। बुधवार को उसका मौसेरा भाई रंजीत बहियार से अपने बाइक से घास लेकर लौट रहा था।इस दौरान गोरियारी चौक के समीप कुछ युवकों द्वारा घेरकर उसके साथ मारपीट करने लगा। इस दौरान रंजीत किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग निकला। थोड़ी देर बाद रंजीत अपना बाइक लेने आ रहा था कि थोड़ी दूर आने पर पुनः सभी युवकों ने रंजीत को घेरकर मारपीट करने लगा।इस दौरान मारपीट कर रहे युवकों में से किसी ने हथियार निकाल रंजीत के पीठ पर गोली मार दिया। गोली लगते ही रंजीत वहीं गिर पड़ा और सभी बदमाश फरार हो गया। जिसके बाद आसपास के लोगों ने गंभीर रूप से जख्मी रंजीत को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर में भर्ती कराया। जहां कुछ देर बाद चिकित्सकों ने जांचोपरांत रंजीत को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद अस्पताल पहुंचे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। परिजन ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा कर कहा कि अगर समय से इलाज शुरू किया जाता तो रंजीत की जान बचाई जा सकती थी। यह अस्पताल में किसी प्रकार का कोई सुविधा नहीं है। यह अस्पताल रेफर अस्पताल के रूप में जाना जाने लगा है। इस संबंध में एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि घटना को लेकर एसपी के निर्देश पर उसके नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सहरसा भेज दिया गया है। बदमाशों के संभावित ठिकानों पर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। अभी तक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। प्रथम दृष्टया पुराने विवाद को लेकर घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। पुलिस हरेक पहलूओ पर बिन्दूबार जांच कर रही है। जल्द आरोपी को सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।