बिहपुर- मंगलवार क़ी सुबह करीब आठ बजे नदी थाना क्षेत्र के टेकना बहियार में अपने छ्ह बीघा खेत में गेहूं क़ी फसल तैयार करवाने बाइक से जा रहे झंडापुर वार्ड नंबर एक निवासी शिवनंदन कुंवर के 35 वर्षीय किसान पुत्र रवीश कुंवर क़ो अपराधियों ने खदेड़कर कर पकड़ गेहूं के खेत में बैठाकर सिर में गोली मार दिया.जिस कारण किसान क़ी मौत मौके पर हो गई.यह हत्याकांड टेकना पुलिस कैंप से महज डेढ़ सौ मीटर क़ी दूरी पर हुआ.अपराधी गोली मार कर भागने में सफल रहे.जैसे ही किसान क़ी हत्या क़ी सूचना गांव पहुंची तो बड़ी संख्या में परिजन व किसान घटना स्थल पर जुट गये.कोसी दियारा में गेहूं क़ी फसल तैयार हो रही हैं .जिस पर अपराधियों क़ी टेढ़ी नजर हैं .वह किसानों से रंगदारी क़ी वसूली करना चाहता हैं.वही घटनास्थल पर मौजूद मृतक किसान के पिता शिवनंदन कुंवर एवं भाई अमीश कुंवर क़ा रो- रो कर बुरा हाल हो रहा था.
वही अमीश कुंवर ने एसपी सुशांत कुमार सरोज एवं एसडीपीओ दिलीप कुमार क़ो बताया क़ी मेरे भाई क़ी हत्या जजला यादव ,गयानंद यादव उर्फ गोरकट्टा ,प्रभाष यादव,मौसम यादव, एवं बदरा यादव ने किया हैं। परिजनों एवं किसानों के अनुसार तीन-चार दिन पहले इस कुख्यात अपराधियों ने कई पशुपालकों क़ो भी पीट कर एवं एक हजार रुपया राश भैंस चराने क़ा रंगदारी मांगा था.जिससे किसानों में भय क़ा माहौल बना हुआ हैं.कोसी दियारा में झंडापुर, औलियाबाद,मड़वा, जयरामपुर, अमरपुर के किसानों क़ा हजारों एकड़ में फैला हुआ खेत हैं.कोसी क्षेत्र क़ा इलाक़ा दुर्गम होने के कारण अपराधियों क़ी बोलबाला रहता हैं.पुलिस के आते ही अपराधी मधेपुरा जिला में भाग निकलते हैं .वही नदी थाना प्रभारी अशोक कुमार ने शव क़ो कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिये अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया भेज दिया.
अपराधियों क़ो पकड़ने क़ो पुलिस ने क़ी ताबड़तोड़ छापेमारी
बिहपुर- नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ,एसडीपीओ दिलीप कुमार ,इंस्पेक्टर विनय कुमार समेत बिहपुर थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह,नदी थानाध्यक्ष अशोक कुमार, झंडापुर ओपी प्रभारी भूपेंद्र कुमार सहित अन्य कई थानाध्यक्षों ने करीब चार घंटे तक मकई के खेतों समेत छुपने के अन्य ठिकानों पर सघन छापेमारी किया.हलांकि पुलिस के हाथ खाली रहें.अपराधी भागने में सफल रहें .
गांव में पसरा हुआ है सन्नाटा
जैसे ही किसान रवीश कुंवर क़ी मौत क़ी सूचना घर पर मां सरला देवी और पत्नी करिश्मा देवी क़ो मिली दोनों दहाड़ मार कर कर रोने लगे.मां और पत्नी दोनों बार -बार बेहोश हो जा रही थी. मां रोते -रोते कह रही थी हमर बाबू के बदमशवा मारिदेके हो .कि बिगाड़ ले रहे हो .वही मुहल्ले क़ी महिलाएं भरसक चुप कराने क़ा असफल प्रयास कर रही थी.मृतक किसान चार भाइयों में दूसरे नंबर पर था.बड़ा भाई मनीष कुंवर, छोटा भाई अमीश कुंवर एवं रौशन कुंवर हैं .मृतक किसान के तीन वर्षीय पुत्र नयन कुमार एवं एक वर्षीय पुत्र मितांस कुमार को यह भी नही पता क़ी सब क्यों रो रहें हैं. इन छोटे बच्चों के सिर से पिता क़ा साया उठ गया।इनके परिवार पर दुखों क़ा पहाड़ टूट पड़ा हैं.