दिल्ली 10 जनवरी: दिल्ली में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे किसानों के पक्ष में आज जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में पूर्व एवं वर्तमान सांसदों और मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक का उद्देश्य किसानों के पक्ष में आम सहमति बनाना था। अपने संबोधन में जाप सुप्रीमो ने कहा की देश के अन्नदाता काले कानून के खिलाफ पूस की रात में सड़क पर हैं। उनकी मौत हो रही हैं। लेकिन सरकार पूंजीपतियों के साथ खड़ी है।
पप्पू यादव ने कहा की आज जरूरत है कि सभी राजनेता किसानों के साथ खड़े हो। किसान आंदोलन को अब जनआंदोलन बनाने की जरूरत हैं। यह सभी वर्तमान और पूर्व सांसद की जिम्मेदारी है कि इस आंदोलन को गांव-गांव तक ले जाएं।
पप्पू यादव ने बताया कि इस बैठक में देश के सभी राज्यों के सभी धर्मों के नेताओं ने भाग लिया। सभी नेताओं ने एक स्वर में इस काले कानून के खिलाफ लोंगों को एकजूट होने की अपील की। जाप का हर एक कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर देश की जनता को एकजूट करेगा।
आगे उन्होंने कहा कि किसानों की मेहनत से पूरे देश का पेट भरता है। केंद्र सरकार किसानों के साथ निर्ममता बंद करे और अविलंब तीनों काले कृषि कानून रद्द हों।
आर्थिक आजादी की बात करते पप्पू यादव ने कहा कि समग्र विकास के लिए आर्थिक आजादी बहुत जरूरी है। भारत का किसान आर्थिक रूप से कमजोर है। इन कृषि कानूनों से किसानों को और कमजोर किया जा रहा है ताकि उनकी जमीनें भी छीन कर पूंजीपतियों को दी जा सके।
जाप अध्यक्ष ने बैठक में मौजूद सभी लोगों से बिहार में 14, 15 और 16 जनवरी को प्रस्तावित किसान – मजदूर रोजगार यात्रा में शामिल होने का भी आग्रह किया।