नवगछिया – बुधवार को नवगछिया कचहरी में भाजपा नेताओं के एक दल ने रंगरा के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष मुक्तिनाथ सिंह के नेतृत्व में एक प्रेस वार्ता कर बिहपुर और गोपालपुर के विधायक के बीच हुई बातचीत के ऑडियो टेप पर अपनी प्रतिक्रिया दी. पूर्व सांसद अनिल कुमार यादव ने कहा कि जिस जाति वर्ग को गोपालपुर विधायक गाली दे रहे हैं उसी जाति वर्ग ने उन्हें विधायक बनाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि वे पूरे मामले से प्रदेश नेतृत्व को अवगत कराएंगे. भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अजीत कुमार सिंह ने कहा कि वह गोपालपुर विधायक के वक्तव्य की निंदा करते हैं तो भाजपा के जिला अध्यक्ष के वक्तव्य की घोर निंदा करते हैं.
उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्ष ने ही उकसा कर विधायक से इस तरह का काम करवाया. अजीत ने कहा कि भाजपा के जिलाध्यक्ष विनोद मंडल ने बिहपुर से भाजपा प्रत्याशी को हराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी. कई भाजपा कार्यकर्ता इसके गवाह हैं. अजीत ने कहा कि व प्रदेश नेतृत्व से जिला अध्यक्ष पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग करते हैं. प्रदेश नेतृत्व को लिखित रूप से भी अवगत कराया जाएगा.
अजीत ने कहा कि जब-जब गोपाल मंडल एनडीए के प्रत्याशी रहे तो उनकी जीत 25 हजार से अधिक मतों से होती रही लेकिन जब वह महागठबंधन से लड़े तो उन्हें महज 5000 की बढ़त हासिल हुई. स्पष्ट है अगर जदयू से अकेले गोपाल मंडल चुनाव लड़े तो निश्चित रूप से हारेंगे. भाजपा नेता जीतेंद्र कुमार उर्फ गुलाबी सिंह ने कहा कि विधायक गोपाल मंडल के कारण ही उन लोगों ने राजद के समय में बाहुबलियों से बैर लिया था. लेकिन आज विधायक उनको गाली दे रहे हैं. इससे वे काफी आहत हैं.
गुलाब सिंह ने कहा कि वह ना तो प्रत्याशी हैं और ना ही कोई चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा है. फिर भी उन्हें इस तरह के प्रकरण में क्यों घसीटा जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह अपने गांव के विद्यालय और आसपास के क्षेत्रों की समस्याओं को उठाते रहे हैं, उठाते रहेंगे. अगर विधायक जी को गोली मरवाना है तो मरवा दें. गुलाबी सिंह ने कहा कि ना तो मुख्यमंत्री के चुनावी सभा में बुलाया गया और ना ही सैदपुर में हुए चुनावी सभा में उन्हें बुलाया गया. वह किसी लोग में पार्टी में नहीं है, अपनी इज्जत सम्मान और स्वाभिमान के कारण पार्टी में है. जब चौबे जी के सभा में उन्हें बुलाया गया तो वे वहां गए थे. तवज्जो नहीं दिए जाने पर वे चुप जरूर थे लेकिन पार्टी के विरोध में काम करने का कोई प्रमाण किसी के पास नहीं है.