ऋषव मिश्रा कृष्णा “मुख्य संपादक” जीएस न्यूज
- यह भवानीपुर है, यहां मौत सपने से ज्यादा कुछ नहीं, कोई नहीं रकता है परवाह, सूत्र वाक्य है खून का बदला खून
- समय बदला, पुलिस ज्यादा सशक्त हुई फिर भी स्थिति जस की तस नवगछिया – वर्ष 1980 के दशक से अपराध को लेकर हमेशा चरचा में बने रहने वाले भवानीपुर गांव एक बार फिर रक्तिम दिख रहा है. पुरानी रंजिश, अदावत, बदले की भावना, घातप्रतिघात है कि खत्म लेने का नाम ही नहीं ले रहा है. इस गांव के चालीस वर्षों के खूनी इतिहास में 80 विधवाओं की सिसकियां आज भी इसके गलियों में सुनी जा सकती है. मंगलवार को एक बार फिर से हुई एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या के बाद कहां जा सकता है कि सिलसिला जारी है. अब इलाके के बुद्धिजीवी सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर इस खूनी खेल को कौन रोकेगा.
भवानीपुर गांव के इतिहास को देखें तो 1980 के दशक में इस गांव में दस्यु सरगना सत्तन यादव ने अपराध के बल पर एक समानांतर सत्ता को कायम कर लिया था. वर्ष 1995 में सत्तन के पुत्र मुनीलाल यादव की हत्या कर दी गयी और वर्ष 1998 में सत्तन यादव भी पुलिस इनकाउंटर में मारा गया. सत्तन के मारे जाने बाद लोगों को उम्मीद थी कि अब लोगों को खूनी खेल से मुक्ति मिलेगी लेकिन लोगों का अनुमान गलत निकला. यहां से कहानी अलग ही हो गयी. गांव में दुश्मनी के ध्रुवों ने आकार ले लिया और परिणामत: सत्तन के सात पुत्रों की हत्या हो गयी तो दूसरी तरफ दूसरे पक्ष से लोगों की जान जाती रही. कहा जाता है कि सत्तन के समय से अब भवानीपुर गांव में 80 लोगों की हत्या हो चुकी है.
निकेश की हत्या में सत्तन यादव के अंतिम पुत्र ब्रजेश यादव उर्फ नट्टा का नाम आ रहा है सामने
निकेश की हत्या में दस्यु सरगना सत्तन यादव के सबसे छोटे पुत्र ब्रजेश यादव उर्फ नट्टा का नाम सामने आ रहा है. मुनील सहित सात भाईयों की हत्या के बाद ब्रजेश ने अपने पिता सत्तन यादव के विरासत को आगे बढ़ाया और रंजिश का विस्तार किया. पिछले वर्ष ही ब्रजेश ने नवगछिया थाना चौक पर मिठाई दुकानदार की गोली मार कर हत्या कर दी थी. पिछले दिनों हुए रामचंद्र साह, नगरह के सुनील शर्मा, भवानीपुर के चंद्रशेखर यादव, श्रीपुर के दरोगी सिंह की हत्या सहित अन्य दो हत्याओं में भी ब्रजेश का नाम सामने आया है. इन दिनों ब्रजेश नवगछिया पुलिस का वांछित है.
आस पास के सीसीटीभी फुटेज को खंगाल रही है पुलिस
नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज की निगरानी में नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार के नेतृत्व में मामले की छानबीन और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गयी है. घटना स्थल के आस पास के सीसीटीभी फुटेज को खंगाला जा रहा है जबकि फोटो कॉपी दुकानदार सत्यम के कंप्यूटर के हार्ड डिस्क को भी पुलिस ने तात्कालिक रूप से छानबीन के लिए जब्त कर लिया है. टावर लोकेशन के आधार पर ब्रजेश के वास्तिक लोकेशन का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है.