भागलपुर के महंत नगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन सुदामा चरित्र की कथा सुनकर एवं कृष्ण सुदामा के मिलन की झांकी का दृश्य देख पंडाल में मौजूद श्रद्धालु भाव विभोर हो गए, अद्भुत झांकी ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, एक स्वर में राधे कृष्ण के जयकारों से पंडाल गुंजयमान हो उठा, पंडाल में मौजूद महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने कृष्ण सुदामा के मिलन पर होली खेलकर.
जश्न मनाया लोग एक दूसरे को गुलाल लगाते नजर आए, सुदामा चरित्र की कथा सुनाते हुए पंकज आचार्य जी महाराज ने कहा मनुष्य स्वयं को भगवान बनाने के बजाय प्रभु का दास बनने का प्रयास करें, वही कथावाचक ने बताया कि इस भव्य आयोजन में युवा समिति के सदस्यों का अहम योगदान रहा जिस वजह से इतना बड़ा कार्यक्रम शांति पूर्वक संपन्न हो गया।