भागलपुर. सड़क पर बने बरसों पुरानी जिस सरकारी भवन को जर्जर भवन करार देते हुए नगर निगम प्रशासन ने हादसे के पहले ध्वस्त करने की पहल शुरू कर दी, वही ध्वस्त हो रहा भवन नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के कारण हादसे को निमंत्रण देते दिखाई दे रहा है, मामला भागलपुर के कचहरी चौक से रानी लक्ष्मीबाई चौक के बीच स्थित काफी पुराना नगर निगम के माल गोदाम का है, जर्जर हो रहे भवन को जानलेवा और सड़क चौड़ीकरण करने के रास्ते में बाधक करार देते हुए नगर आयुक्त ने भवन को हटाने का आदेश दिया था, जिसके बाद नगर निगम प्रशासन के द्वारा जर्जर भवन को ध्वस्त करने की कवायद की जा रही थी,
इस दौरान रानी लक्ष्मीबाई चौक से होकर भागलपुर कचहरी चौक जाने वाले सड़क पर यातायात व्यवस्था आम दिनों की तरह लगातार जारी रही, सड़क पर दोपहिया ,तीनपहिया और चार पहिया वाहनों के साथ-साथ आम लोग लगातार आवाजाही करते दिखे, इस दौरान नगर निगम का बुलडोजर लगातार भवन को तोड़ता रहा, जिस तरह बिना सड़क पर आवाजाही रोके जर्जर भवन को तोड़ा गया अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता तो इसका जिम्मेवार कौन होता, वही इस पूरे मामले पर ज्यादा कुछ कहने से बचते हुए नगर भागलपुर नगर निगम के सहायक अभियंता राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि स्मार्ट सिटी योजना से शहर की सड़कों का चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है , यह सरकारी भवन बीच सड़क पर बना हुआ था इसलिए नगर आयुक्त के आदेश पर भवन को तोड़ा जा रहा है .