उड़ीसा रेल हादसे पर गोपालपुर के विधायक सह सचेतक सत्तारूढ़ दल बिहार विधानसभा नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ़ गोपाल मंडल एवं जदयू जिला अध्यक्ष त्रिपुरारी कुमार भारती के साथ मुख्य जिला प्रवक्ता कुमार मिलन सागर ने संयुक्त बयान जारी करके उड़ीसा रेल दुर्घटना पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की हैं. विधायक सह सचेतक गोपाल मंडल ने उड़ीसा के रेल दुर्घटना पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस हृदय विदारक दुर्घटना से मैं निशब्द हूं, और समस्त देशवासियों के साथ मेरी भी सभी मृतकों के परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं.
जिन्होंने इस हादसे में अपना सब कुछ खो दिया ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उन परिवारों को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति दें, और इस घटना में घायल सभी लोग जल्द स्वस्थ हो. जदयू जिलाध्यक्ष त्रिपुरारी कुमार भारती ने कहा कि इतनी बड़ी चूक और लापरवाही की जवाबदेही निश्चित रूप से तय होनी चाहिए. सरकार लाख मुआवजा दे, उससे उसके परिवार का कोई खोया हुआ सदस्य दोबारा लौट के नहीं आएगा.
उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी पर पर्दा डालने के लिए गोदी मीडिया पर लगातार मुआवजे की खबर चलाना और भी शर्मनाक है. हमारी मांग है, कि देश के रेल मंत्री नैतिकता के आधार पर तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें, और इस घटना का उच्च स्तरीय जांच हो और जांच उपरांत दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. वहीं मुख्य जदयू जिला प्रवक्ता कुमार मिलन सागर ने कहा कि 1999 में असम के गैसल में हुई रेल दुर्घटना के बाद तत्कालीन रेल मंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपना पद त्याग दिया था.
लेकिन नैतिकता के ऐसे उच्चतम उदाहरण की उम्मीद केंद्र की मौजूदा सरकार से उम्मीद करना बेकार है. यह सरकार न केवल हर मोर्चे पर नाकाम है, बल्कि संवेदनशून्य भी है. सरकार केवल लग्जरी ट्रेन पर ध्यान केंद्रित करती है, आम लोगों की ट्रेन और पटरियों की उपेक्षा की जाती है. उड़ीसा में हुए ट्रेन हादसे में लोगों की मौत इसी का परिणाम है. रेल मंत्री को नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.