26 दिसंबर संध्या 04 बजे खेलने के क्रम में हुआ था लापता
नवगछिया। बिहपुर प्रखंड अंतर्गत झंडापुर पश्चिम पंचायत के वार्ड संख्या 9, शर्मा टोला निवासी सदानंद शर्मा के लापता तीन वर्षीय पोते नयन कुमार उर्फ हनिस (पिता- अखिलेश कुमार शर्मा) का शव आठवें दिन, शुक्रवार को घर के समीप ही पानी से भरे गड्ढे में तैरता हुआ मिला। बच्चा 26 दिसंबर 2024 की शाम 04 बजे घर के समीप ही खेलने के दौरान लापता हो गया था। बच्चे के गुमशुदगी को लेकर दादा सदानंद शर्मा ने झंडापुर थाना में आवेदन दिया था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। इसी दौरान घर से कुछ ही दूरी पर पानी से भरे 15 फीट गहरे गड्ढे में शव तैरता हुआ ग्रामीणों ने देखा। शव पूरी तरह सड़ चुका था और उसमें से दुर्गंध आ रही थी। शव को देखकर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलने के बाद झंडापुर थानाध्यक्ष विश्वबंधु कुमार, एसआई विश्वनाथ कुमार, एसआई अरविंद कुमार और एएसआई संजीव कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल नवगछिया भेज दिया।
मृतक के घर में मातम
शव मिलने की खबर मिलते ही मृतक के घर में कोहराम मच गया। सभी परिवारवाले रोने-चिल्लाने लगे। मृतक की मां लक्ष्मी देवी दहाड़ मारकर रोने लगी और बार-बार बेहोश हो जाती थी। पिता और दादा भी फफक-फफक कर रोने लगे। मृतक की दादी शोभा देवी और बहन दिव्या समेत घर के अन्य सदस्य आंसुओं में डूबे हुए थे। परिजनों के चीत्कार से पूरे घर के आसपास सन्नाटा पसर गया।
आसपास के लोग और प्रशासन का सहयोग
हालात देखकर आसपास के लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। जीप सदस्य प्रतिनिधि चंदन कुमार भारद्वाज और अन्य ग्रामीण परिजनों को ढांढस बंधा रहे थे। मृतक इकलौता पुत्र था, और उसकी बहन दिव्या (5 वर्ष) उससे छोटी थी। मृतक के पिता अखिलेश शर्मा अहमदाबाद में मजदूरी करते हैं। उन्हें बेटे के लापता होने की खबर मिलने पर वे अहमदाबाद से घर लौट आए थे।
पुलिस बयान
झंडापुर थानाध्यक्ष विश्वबंधु कुमार ने बताया कि खेलने के दौरान बच्चा गड्ढे में गिरकर डूब गया था। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
प्रशासनिक सहायता
बिहपुर सीओ लवकुश कुमार ने बताया कि मृतक के माता-पिता को सरकारी सहायता राशि प्रदान की जाएगी। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया।
इस दुखद घटना से पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है।