खरीक – खरीक थाना क्षेत्र के एक गांव में झाड़ी में फेंका हुआ जिंदा नवजात शिशु मिला है. रात भर बच्चा बारिश में पढ़ा रहा. बच्चे की चीखने की आवाज किसी को सुनाई नहीं पड़ी. सुबह जब महिलाएं सब शौच जाने लगी तो झाड़ी में नवजात शिशु के सिसकने ने की आवाज सुनी.आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. झाड़ी से नवजात शिशु को निकाला.जिंदा लड़का हैं. ग्रामीणों ने आसपास खोजबीन करने लगा. घटना की सूचना खरीक पुलिस को दी. मौके पर पहुंच कर पुलिस ने छानबीन की. शिशु को बेहतर उपचार के लिए खरीद पीएचसी भेजा. बेहतर उपचार के लिए रुको मायागंज अस्पताल भेज दिया.
शिशु अभी सुरक्षित बताया जा रहा है. ग्रामीणों ने अपने स्तर से काफी खोजबीन कर नवजात शिशु के मां की खोजबीन कर ली है. ग्रामीणों के दबाव पर आखिरकार कुंवारी मां ने इस बात को स्वीकार किया कि वह शिशु उसी का है. समाज के लोक लज्जा के डर से उसने नवजात शिशु को जन्म देकर समाज के भय से उसे रात में झाड़ी में फेंक दिया. इस संदर्भ में नाबालिक 13 वर्षीय लड़की ने समाज के लोगों को बताया कि उसका पिता दिल्ली में मजदूरी करता है. घर पर कभी कथा आता है. घर पर मां के साथ तीनों बहन रहती है. मां भी घर से अक्सर बाहर रहती है. बीते 2 साल से दूर का रिश्तेदार ढोरिया का एक युवक का घर पर आना जाना हुआ करता था.
घर पर आने जाने के क्रम में युवक ने नाबालिक लड़की के साथ बलात शारीरिक संबंध स्थापित किया. नाबालिक लड़की ने नवजात शिशु का पिता उसी युवक को बता रहा है. घटना की सूचना मिलते ही नवजात शिशु का ज्ञात पिता इलाका छोड़कर फरार हो गया है. इस संदर्भ में पीड़िता ने महिला थाना नवगछिया में व्यभिचारी युवक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है. इस संदर्भ में खरीद थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने कहा कि नवजात शिशु का इलाज मायागंज अस्पताल में हो रहा है. शिशु सुरक्षित है. इस संदर्भ में पीड़िता ने महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.