नवगछिया : भाकपा माले की ओर से लेखिका और एक्टिविस्ट अरुंधति रॉय और कश्मीर यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर डॉ. शौकत हुसैन के खिलाफ 14 साल पुराने मामले में UAPA के तहत दिल्ली के उप राज्यपाल द्वारा मुकदमा चलाने की अनुमति दिये जाने के खिलाफ 20 जून को नवगछिया के वैशाली चौक पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया।
प्रदर्शन के दौरान भाकपा माले के जिला सचिव कॉमरेड विन्देश्वरी मंडल ने कहा कि यह फैसला हैरान करने वाला और हास्यास्पद है। 14 साल बाद यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की अनुमति देना कानून का अनुपालन नहीं बल्कि सत्ता का दुरुपयोग है। यह कदम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। उन्होंने मांग की कि अरुंधति रॉय और डॉ. शौकत हुसैन के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति को तत्काल निरस्त किया जाए और यूएपीए जैसे दमनकारी कानूनों को रद्द किया जाए।
इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सह सचिव गौरीशंकर राय ने कहा कि मोदी सरकार अपने विरोधी विचारों के लोगों को झूठे मामलों में फंसा कर उन्हें जेलों में बंद रखने की परिपाटी चला रही है। उन्होंने कहा कि अरुंधति रॉय और डॉ. शौकत हुसैन के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति एनडीए सरकार की दमनकारी नीति का उदाहरण है और इसे तत्काल रोका जाना चाहिए।
प्रदर्शन में भाकपा माले के जिला सचिव विन्देश्वरी मंडल, नवगछिया प्रखंड सचिव रामदेव सिंह, इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सह सचिव गौरीशंकर राय, जिला कमिटी सदस्य आशुतोष कुमार, रंजीत शर्मा, माले नेता रवि मिश्र, जयप्रकाश शर्मा, पूरन मंडल, मनोज शर्मा, अशोक मंडल, सत्यनारायण यादव, शिकेन्द्र यादव आदि शामिल थे।