भागलपुर : श्रम संसाधन विभाग, बिहार और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, बिहार के सहयोग से भागलपुर रेलवे स्टेशन घंटाघर चौक पर लेबर कार्ड से जुड़ी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भवन, सड़क, बांध और पुल-पुलिया निर्माण से जुड़े श्रमिकों को योजनाओं के लाभ से अवगत कराना था।
कला कुंज बिहार के कलाकारों ने गीत-संगीत के माध्यम से श्रमिकों को जानकारी दी कि 18 से 60 वर्ष के श्रमिकों का लेबर कार्ड ऑनलाइन बनाया जा सकता है। निबंधन की प्रक्रिया केवल 50 रुपये में किसी भी वसुधा केंद्र या ग्राहक सेवा केंद्र पर की जा सकती है। लेबर कार्ड प्राप्त करने के बाद श्रमिकों को विभिन्न प्रकार की सहायता राशि उपलब्ध होती है, जैसे:
- औजार खरीदने के लिए 15,000 रुपये
- घर मरम्मती के लिए 20,000 रुपये
- साइकिल खरीदने के लिए 3,500 रुपये
- दो बालिकाओं की शादी के लिए 50,000 रुपये प्रति पुत्री
- स्वाभाविक मृत्यु पर 2 लाख रुपये, दुर्घटना से मृत्यु पर 4 लाख रुपये
- 60 वर्ष की आयु के बाद मासिक 1,000 रुपये पेंशन
नाटक में बताया गया कि निबंधन के लिए आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और 90 दिनों तक कार्य करने का स्वघोषणा पत्र आवश्यक है। हर 5 वर्ष में लेबर कार्ड का नवीकरण भी अनिवार्य है, जिसमें 30 रुपये का शुल्क लगता है।
इसके अतिरिक्त, कलाकारों ने बाल श्रम उन्मूलन पर भी प्रस्तुति दी, जिसमें बताया गया कि 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से कोई कार्य नहीं कराया जा सकता, जबकि 14 से 18 वर्ष के बच्चों को खतरनाक कार्यों में नहीं लगाया जा सकता।
कार्यक्रम में श्रम अधीक्षक श्री कुमार नलिनी कांत ने बताया कि श्रमिकों की स्वाभाविक मृत्यु पर 2 लाख रुपये की सहायता बिहार शताब्दी योजना के तहत प्रदान की जाती है, जिसके लिए निबंधन की आवश्यकता नहीं है।
साथ ही, बिहार प्रवासी मजदूर दुर्घटना योजना के अंतर्गत राज्य के बाहर काम करने वाले श्रमिकों को दुर्घटना में मृत्यु होने पर 2 लाख रुपये की सहायता दी जाती है।
इस आयोजन ने श्रमिकों के बीच लेबर कार्ड के महत्व को स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्हें योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।