नवगछिया : सादगी, स्वच्छता, सुचिता, समरसता, सौहार्द और पवित्रता के प्रतीक लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ का समापन शुक्रवार की अहले सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ हुआ। इस महापर्व के अंतिम दिन श्रद्धालु और व्रति गंगा, नदी और तालाबों के घाटों पर पहुंचे, जहां विशेष रूप से घाटों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था।
नवगछिया पुलिस जिला के नवगछिया, रंगरा, गोपालपुर, ढोलबज्जा, खैरपुर कदवा और कदवा दियारा सहित कई प्रमुख छठ घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर विशेष पुलिस बलों की तैनाती की गई थी। इन घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ इस बात का संकेत था कि छठ पर्व का धार्मिक और सामाजिक महत्व अत्यधिक है। छठ माता के जयकारों और छठ गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया था, और हर ओर आस्था का उल्लास छाया हुआ था।
स्थानीय नदी, तालाब और कृत्रिम तालाबों में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा था। इस दौरान भक्तगण ने छठी मैया और सूर्य देवता की पूजा अर्चना की, और व्रतिों से आशीर्वाद भी लिया। पूरे वातावरण में एक अद्वितीय श्रद्धा और एकता की भावना का संचार हो रहा था।
यह पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक समरसता और क्षेत्रीय एकता को भी प्रगाढ़ करता है, जैसा कि इस आयोजन में देखा गया।