भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर, 2 वर्षों के बाद मां की ममता तो जागी , लेकिन पुत्र का दिल नहीं पसीजा और मां को अपने पुत्र के बिना खाली हाथ लौटना पड़ा | दरअसल दो साल पहले अपने पिता के साथ लापता हुए बच्चे को ढूंढने एक महिला भागलपुर सबौर स्थित आनंद पब्लिक स्कूल पहुंची। जहां उसका खोया हुआ बच्चा तो मिल गया,लेकिन बच्चे ने अपने मां के साथ जाने से इंकार कर दिया। दरअसल मुंगेर जिले की रहने वाली मधु का अपने पति विजय कुमार से बराबर झगड़ा होता था। जिसके बाद उसका पति विजय अपने 10 वर्षीय बेटे मयंक के साथ घर छोर कर कोलकाता भाग गया। विजय अपने दोस्त मानव साहा के साथ कोलकाता में ही रहने लगा। इधर महिला अपने पति को ढूंढने के लिए कोलकाता पहुंची और ईस्ट क्लोनी थाने शिकायत भी दर्ज करवाई थी। अब दो साल बाद जब महिला की सास की मौत हो गई। जिसके बाद महिला के नंदोई ने बताया कि मधु का बच्चा मयंक भागलपुर के सबौर स्थित आनंद पब्लिक स्कूल में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता है।
तो महिला आनन फानन में भागलपुर के आनंद पब्लिक स्कूल पहुंच गई। जहां उसने अपने बेटे को देखा। हालाकी इसी दौरान महिला को पता चला की उसके पति की मौत 1 साल पहले ही हो गई है। महिला अपने बच्चे को साथ ले जाने के लिए कोशिश करने लगी तो बच्चे ने मना कर दिया। बेटा मयंक अपनी मां के पास नही जाना चाहता था। बच्चे की पढ़ाई का खर्च उसके पिता के दोस्त मानव साहा उठा रहा था। उसी ने आनंद पब्लिक स्कूल में उसका एडमिशन करवाया था। महिला अपनी शिकायत लेकर सबौर थाने के पास गई। जहां इस मामले पर पुलिश ने चाइल्ड लाइन वाले को भी बुलाया। सभी ने बच्चे से पूछा तो बच्चे ने मां के साथ जाने से इंकार कर दिया।
इस मामले पर मां मधु देवी का कहना है कि जब वो अपने बच्चे से पहली बार मिली थी तो बच्चे ने मां को गले लग कर रोया था। महिला ने स्कूल के शिक्षको पर आरोप लगाते हुए कहा,कि जब दूसरे दिन मिलने आई तो बच्चा स्कूल के शिक्षको के बहकावे में आकर मां के साथ जाने से मना कर दिया। वही इस मामले पर सबौर थाना प्रभारी पवन कुमार ने कहा कि बच्चा अपनी मां के साथ नही जाना चाहता है। बच्चे ने थाने में सबके सामने अपनी मां के साथ जाने से इनकार कर दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि उन्होंने इस बात को लेकर चाइल्ड लाइन वालो को सूचना दिया था। जिसके बाद चाइल्ड लाइन वाले ही इस मामले को देख रहे है। बचे को किशोर न्यायालय में पेश किया जायगा। जहां बच्चे के बयान के अनुसार डिसीजन लिया जाएगा।
वही इस मामले पर आनंद पब्लिक स्कूल के शिक्षक सुजीत कुमार झा ने बताया कि इसी साल बच्चे का एडमिशन,बच्चे के पिता के दोस्त मानव साहा ने करवाया था। जिसके बाद हर महीने की फि वहीं जमा करता था। जब बच्चे की मां आई लेने तो बच्चे ने खुद जाने से मना कर दिया। इस मुद्दे पर मानव साहा ने स्कूल प्रबंधक को बोला की अगर बच्चा अपनी मां के साथ जाना चाहता है तो जा सकता है।
वही इस मामले पर चाइल्ड लाइन भागलपुर के सेंटर कॉर्डिनेटर परमानंद झा ने बताया,कि बच्चे ने उन्हें लिखित में भी दिया है कि वो अपनी मां के साथ नही जायगा। उन्होंने बताया कि बच्चे का कहना था कि उसकी मां उसे मरती है,इसीलिए वो मां के पास नही जाना चाहता है। उन्होंने बताया कि हमलोग बच्चे को बाल कल्याण समिति लेकर आए है। जहां बच्चे के बयान के अनुसार फैसला लिया जाएगा। वही बाल कल्याण समिति ने बच्चे के बयान और परिजन सभी का पक्षों को सुनने के बाद बच्चे को चाइल्ड लाइन सेल्टर हाउस में रखने को कहा है।