प्रदीप विद्रोही
कहलगांव (भागलपुर)। करीब 28 दिन पूर्व बेटे की अकाल मौत से मां विचलित थी। बेटे के वियोग में मां अंदर ही अंदर विलख रही थी। इसका वियोग का अंदाज परिवार वालों के बीच भी था। लेकिन यह अंदाजा किसी को नहीं था कि मां लक्ष्मी देवी (28 वर्ष) अपने बेटे के वियोग में एक दिन खुद खुदकुशी कर लेगी। मृतिका प्लास्टिक की रस्सी के सहारे बिजली के पंखे में झूल कर अपनी जिंदगी समाप्त कर ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के कहलगांव स्थित श्यामपुर पंचायत के गंगलदई निवासी मृतका के पति कुनकुन मंडल उर्फ हरेराम मंडल जो घोघा स्थित ईंट भट्ठा में मजदूरी करता था को जब घटना की सूचना बुधवार की सुबह करीब नौ बजे मिली तो वह भागता हुआ घर पहुंचा। अपनी पत्नी को पंखे से झूलता देख स्तब्ध रह गया। चीखते हुए जमीन पर लुढ़क पड़ा।
इधर घटना की सूचना मिलने पर मृतका के भाई और मां पार्वती देवी भी बिटिया के घर पहुंची।
घोघा थाना क्षेत्र स्थित आमापुर गांव निवासी मां पार्वती देवी ने बताया कि सात साल पहले बेटी की शादी हुई थी। एक वर्ष बाद ही लक्ष्मी को प्रथम पुत्र पैदा हुआ था। जन्म के एक वर्ष बाद ही पहले पुत्र की मृत्यु हो गई। दूसरे बच्चे के रूप में पुत्री का आगमन हुआ। इधर तीसरे बच्चे के रूप में दूसरे पुत्र सुमन का जन्म तीन वर्ष पूर्व हुआ था। जो अक्सर बीमार ही रहता था। कहलगांव, भागलपुर में बड़े डॉक्टर से इलाज के बाद भी उसकी बीमारी ठीक नहीं हो रही थी। इस दूसरे नाती की भी मौत 28 दिन पूर्व हो गई। मां ने पुलिस को लिखित रूप में बताया है कि दूसरे बेटे की मौत के बाद से ही मेरी बेटी काफी सदमे में थी। इस कारण ही वह खुदकुशी कर ली। इधर परिजन व चौकीदार की सूचना पर कहलगांव थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।