पदाधिकारियों को दिया आवेदन
नवगछिया – नगर परिषद नवगछिया स्थित खरनय नदी की जमीन और पानी वाले भाग में किये जा रहे अतिक्रमण का मछुआरों ने विरोध किया है. मछुआरों ने कहा कि नदी में मिट्टी भराई खुलेआम किया जा रहा है लेकिन प्रशासनिक स्तर से किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मामले की बाबत मछुआरों ने नवगछिया के पदाधिकारियों को लिखित आवेदन दे कर त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है.
नवगछिया प्रखंड मत्स्य जीवी सहयोग समिति की मंत्री मीरा देवी और अध्यक्ष नरेश सिंह ने बताया कि खरनय नदी वर्षों से नवगछिया प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड का हिस्सा है मछुआरों के द्वारा हर वर्ष बिहार सरकार को रेवेन्यू दिया जाता है और नवगछिया प्रखंड के मछुआरें खरनय नदी में मछली पालते हैं. लेकिन अतिक्रमणकारियों द्वारा जबरन खिरनेई नदी के बीचों बीच मिट्टी भराया जा रहा है.
भूमाफियाओं द्वारा मिट्टी भराई से प्रखंड के मछुआरों को डर सता रहा है कि, कहीं खिरनेई दो भागों में विभाजित ना हो जाये. नदी का विभाजन होने से मत्स्य पालकों को परेशानी होगी. वहीं मछुआ सिकंदर सिंह बताते हैं कि अतिक्रमण को लेकर नवगछिया प्रखंड मत्स्य जीवी सहयोग समिति के द्वारा वरीय पदाधिकारी को आवेदन दिया गया है. उम्मीद है पदाधिकारी जल्द ही कार्रवाई करेंगे.
मछुआ सदस्य सह पार्षद विनोद सिंह ने बताया कि अतिक्रमणकारियों को मना करने पर गाली गलौज और मारपीट तक करने पर उतारू हो जाता है. मालूम हो कि खरनय नदी नवगछिया नवगछिया का सबसे बड़ा जय संचयन का स्रोत है. जल विद और पर्यावरणविद बताते हैं कि किसी भी शहर के बीचो बीच डेढ़ किलोमीटर लंबी नदी रहना गौरव की बात है और उपलब्धि भी. यहां के बुद्धिजीवियों और प्रबुद्धजनों को इस नदी की कद्र होनी चाहिये.