


नवगछिया के मदन अहिल्या महिला महाविद्यालय में एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) बंद होने की कगार पर है, जो कि इस प्रतिष्ठित कॉलेज के लिए एक बड़ा धक्का माना जा रहा है। एनसीसी, जो कि भारत सरकार के एक महत्वाकांक्षी कोर्स के अंतर्गत आता है, कॉलेज की शान और गौरव का प्रतीक होता है।
महाविद्यालय में एनसीसी पदाधिकारी के अभाव के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। एनसीसी की युओ लक्ष्मी, शिवानी, और कुसुम ने बताया कि महाविद्यालय में एनसीसी के एन.ओ. और सी.टी.ओ. पदाधिकारियों के चयन की आवश्यकता है, जिसे लेकर दो गर्ल्स बिहार बटालियन ने महाविद्यालय को 45 दिनों का अल्टीमेटम दिया था। इस अल्टीमेटम के 40 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक सीटीओ अधिकारी का चयन नहीं हो पाया है, जिससे एनसीसी के बंद होने की संभावना बढ़ गई है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के प्रांत सह संयोजक, सेवार्थ विद्यार्थी अनुज चौरसिया ने बताया कि इस गंभीर मुद्दे को लेकर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव सिंह और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल से पहले ही सूचित किया जा चुका है। बावजूद इसके, समस्या का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है, जो कि अत्यंत दुखद है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो अभाविप कार्यकर्ता आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
राष्ट्रीय कला मंच के विश्वास वैभव ने कहा कि अभाविप हमेशा से ही छात्रों के हितों के लिए लड़ती रही है। इस मुद्दे पर भी अभाविप कार्यकर्ता एनसीसी कैडेट्स और महाविद्यालय प्रशासन के साथ वार्ता करने पहुंचे थे, लेकिन कॉलेज प्रशासन का रवैया निराशाजनक था। अगर यह रवैया जारी रहा, तो अभाविप कार्यकर्ता महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करेंगे।
कॉलेज की अध्यक्ष कुसुम कुमारी और एनसीसी कैडेट कोमल कुमारी ने कहा कि एनसीसी के माध्यम से नवगछिया क्षेत्र की सैकड़ों छात्राएं ट्रेंड होकर देश सेवा के लिए जाती हैं और राष्ट्रीय स्तर पर अपने समाज और महाविद्यालय का नाम रोशन करती हैं। लेकिन, महाविद्यालय में एनसीसी का बंद होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए।
इस मौके पर अभाविप के अनुज चौरसिया, विश्वास वैभव, कुसुम, कोमल, रोहिणी, रौशनी आदि उपस्थित थे।

