- अभी तक नहीं की गयी है यातायात की व्यवास्था
नवगछिया – रंगरा के मदरौनी गांव के लोग प्रशासनिक बेरुखी से काफी दुखी है. लोगों ने कहा कि वे लोग 48 घंटे से बाढ़ का दंश झेल रहे हैं लेकिन अभी तक कोई भी सरकारी अमला उनलोगों की सुध तक लेने नहीं आया. ग्रामीणों ने बताया कि गांव से निकलने के मुख्य रास्ते पर अथाह जल रहने के कारण वे लोग अपनी जरूरत के सामानों को भी बाजार या चौक से नहीं ला पा रहे हैं. मुखिया अजीत कुमार सिंह उर्फ मुन्ना ने कहा कि लोग घिरनाव बना कर बाजार जाते हैं.
बड़ी आबादी को पेय जल और शौचालय की भी दिक्कत है. जिससे लोगों में आक्रोश है. वरीय प्रशासनिक पदाधिकारियों को पंचायत की ओर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर के सभी पदाधिकारियों को उन्होंने गांव के हालात से अवगत करा दिया है लेकिन सभी इस त्रासदी को ग्रामीणों की नियति मान कर नजरअंदाज कर दे रहे हैं. वर्तमान में यहां के ग्रामीणों को कम से कम दो नाव और सूखा राशन, के साथ पेय जल और शौचालय की नितांत आवश्यकता है.
ग्रामीणों ने कहा कि कार्तिक माह में कोसी नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी आश्चर्यजनक है. वे लोग दोबारा बाढ़ के दंश का सामना कर रहे हैं, लगता है कोसकी मैया भी उन लोगों नाराज चल रही हैं. इधर रंगरा के अंचलाधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि कोसी नदी के जल स्तर में एक बार फिर से बढ़ोतरी होने से तटवर्ती इलाकों में बाढ़ की समस्या सामने आयी है. ऐसे इलाकों पर वे नजर बनाए हुए हैं. नियमतः आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.