प्रयागराज: महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के लिए उमड़ी भारी भीड़ में भगदड़ मच गई, जिससे 17 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हो गए। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना और एनएसजी की तैनाती कर दी है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, संगम तट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए मौजूद थे, जब अचानक अफवाह फैलने से भगदड़ मच गई। लोग घबराहट में एक-दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे, जिससे कई लोग घायल हो गए।
घायलों को स्वरूपरानी अस्पताल और मेला क्षेत्र के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बनाए रखने की अपील की है।
प्रधानमंत्री ने लिया संज्ञान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर हालात की जानकारी ली।
अमृत स्नान रद्द
अखाड़ा परिषद ने भगदड़ को देखते हुए आज का शाही स्नान रद्द कर दिया है। संगम तट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और आम लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है।
प्रशासन का बयान
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि भगदड़ अफवाहों के कारण हुई। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है, और स्थिति को जल्द सामान्य करने की कोशिश की जा रही है।
मौनी अमावस्या हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है, लेकिन इस हादसे ने श्रद्धालुओं की आस्था को गहरा आघात पहुंचाया है। प्रशासन अब भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने की दिशा में काम कर रहा है।