


नवगछिया : बिहपुर स्थित एनडीए कार्यालय में शुक्रवार को महात्मा ज्योतिराव फूले की 198वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर भाजपा विधायक व सत्तारूढ़ दल के सचेतक इंजीनियर शैलेंद्र मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन दिनेश यादव ने किया।

विधायक शैलेंद्र ने महात्मा फूले की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे भारतीय समाज के प्रखर सुधारक, विचारक, लेखक, दार्शनिक और क्रांतिकारी कार्यकर्ता थे। उनका जन्म 11 अप्रैल 1827 को हुआ था और उन्होंने 28 नवंबर 1890 को अंतिम सांस ली। उन्होंने 1873 में महाराष्ट्र में सत्यशोधक समाज की स्थापना की और महिलाओं, दलितों और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किया।

विधायक समेत अन्य वक्ताओं ने महात्मा फूले के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षा को समाज सुधार का आधार बनाया। फूले समाज में प्रचलित जाति आधारित भेदभाव, बाल विवाह और अंधविश्वास के विरुद्ध थे। उन्होंने स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार देने की पहल की और पुणे में देश की पहली बालिका विद्यालय की स्थापना की। उन्होंने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फूले को पढ़ाया, जो बाद में देश की पहली महिला शिक्षिका बनीं।
इस अवसर पर रंजीत कुमार, इंजीनियर कुमार गौरव, रूपेश रूप, लक्ष्मण चौधरी, सदानंद, लालमोहन, सिंटू, अजय उर्फ माटो, अजीत चौधरी, चंद्रकांत चौधरी, राहुल साह समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। सभी ने महात्मा फूले के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
