नवगछिया प्रतिनिधि – बकरी को लेकर हुए मामूली विवाद में परवत्ता थाना क्षेत्र के फरदपुर में एक भैसुर ने अपने ही भाई की पत्नी को लाठी से प्रहार कर हत्या कर दी है. मृतिका दिलीप मंडल की पत्नी अभिलाषा कुमारी (30) है. जानकारी मिली है कि सर पर लाठी से प्रहार किए जाने के बाद अभिलाषा गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी. जिसके बाद अभिलाषा के भैसुर ने ही उसे इलाज के लिए भागलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया.
जहां अभिलाषा की मौत हो गई. मामले की सूचना परवत्ता पुलिस को मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया और फिर देर शाम तक परिजनों को सौंप दिया है. मामले की प्राथमिकी परवत्ता थाने में दर्ज कर ली गई है जिसमें मृतका के भैसुर अशोक मंडल, उसकी पत्नी गीता देवी एवं अन्य को नामजद किया गया है. दिलीप मंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि वह टोटो चलाने का काम करता है. रविवार को सुबह 6:00 बजे टोटो लेकर घर से निकल चुका था. उसे गांव के ही एक लड़के ने फोन कर बताया कि उसकी पत्नी को उसके बड़े भाई ने मार कर जख्मी कर दिया है और उसे इलाज के लिए भागलपुर ले गया है.
जब उसने अपने परिजनों से संपर्क किया और घर आकर जानकारी ली तो पूरा मामला उसे ज्ञात हुआ. दिलीप मंडल ने कहा कि सुबह उसकी बकरी उसके भाभी गीता देवी के घर में चली गई थी. इसके बाद उसकी पत्नी अभिलाषा कुमारी और गीता देवी के बीच झगड़ा होने लगा. दोनों का झगड़ा मारपीट में तब्दील हो गया इस झगड़े के क्रम में उसके बड़े भाई गीता देवी के पति अशोक मंडल काफी गुस्से में आ गए और उसने एक लाठी निकाल कर उसकी पत्नी अभिलाषा कुमारी के सर पर प्रहार कर दिया.
इसके बाद अभिलाषा कुमारी घायल हो गई और जमीन पर अचेत हो गई. क्योंकि घर में कोई नहीं था इसलिए अशोक मंडल नहीं उसे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया लेकिन वह इस कदर जख्मी हो गई थी कि उसकी जान नहीं बच पाई. परबत्ता पुलिस मामले की छानबीन करने और आरोपियों की धरपकड़ करने में जुट गई है.
स्थानीय लोग बताते हैं कि दोनों परिवारों के बीच कोई विवाद ही नहीं था. तात्कालिक रूप से बकरी को लेकर औरतों के बीच विवाद हुआ था इसमें मर्दों को नहीं पड़ना चाहिए था. लेकिन झगड़े के बाद अशोक मंडल गुस्से से आग बबूला हो गया और लाठी से प्रहार कर अभिलाषा कुमारी की जान ले ली. घटना इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
इस घटना के बाद अभिलाषा कुमारी के तीन छोटे-छोटे बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया है. मृतिका को तीन बच्चे हैं जिसमें सबसे बड़ा लड़का सूरज 8 वर्ष का, सोनम 7 वर्ष की और अंशु 4 वर्ष का है. तीनों के सामने ही घटना हुई है. तीनों को समझ में नहीं आ रहा है कि देखते ही देखते यह क्या हो गया. रितिका अभिलाषा का मायके कहलगांव के घोघा साधोपुर में है.